मोहम्मद गुफरान/प्रयागराज: इलाहाबाद हाईकोर्ट ने विवादित बयान को लेकर जगद्गुरु रामभद्राचार्य को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है. राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा के दौरान उनके दिए गए बयान को लेकर हाईकोर्ट ने नोटिस जारी किया है. प्रेमचंद्र नाम के व्यक्ति ने हाईकोर्ट में याचिका दाखिल की थी. याचिका में प्रेमचंद्र ने रामभद्राचार्य के खिलाफ एससी एसटी के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

'मरे मुलायम काशीराम, प्रेम से बोलो जयश्रीराम' का नारा लगाने पर याचिका दाखिल की गई है, बिहार के सत्संग में भी एक बिरादरी को लेकर अपमानजनक टिप्पणी का आरोप लगाया है. जस्टिस सौरभ श्रीवास्तव की सिंगल बेंच ने याचिका पर सुनवाई की है. 


वायरल हुआ था वीडियो
बीते साल अप्रैल 2023 का पूरा मामला है. जब आगरा के कोठी बाजार में श्रीराम कथा के दौरान जगद्गुरु भद्राचार्य ने मुलायम सिंह और कांशीराम पर विवादित बयान दिया था. जिसको लेकर दोनों नेताओं के अनुयायियों ने पुलिस को तहरीर दी थी. सोशल मीडिया पर भी इस बयान की क्लिप वायरल हुई थी, जिसके बाद ये मुद्दा गरमाया था. 


कथा के तीसरे दिन पद्मविभूषण स्वामी रामभद्राचार्य कथा का वाचन कर रहे थे. तब उन्होंने समाजवादी पार्टी और बसपा गठबंधन के नारे - 'मिले मुलायम-कांशीराम हवा में उड़ गए जय श्री राम' के विरोध में नया नारा दिया था. उन्होंने मंच से कहा, 'मरे मुलायम कांशीराम, प्रेम से बोलो जय श्रीराम'. इसको लेकर सपा नेताओं ने भारी विरोध किया था. 


यह भी पढ़ें- केशव मौर्य को इलाहाबाद हाईकोर्ट से बड़ी राहत, सरकार से बड़ा संगठन है वाले बयान के खिलाफ जनहित याचिका खारिज


यह भी पढ़ें-  'कांग्रेस के सभी 99 सांसदों की सदस्यता रद्द की जाए', चुनावी वादे को इलाहाबाद हाईकोर्ट में चुनौती