प्रयागराज : उत्तर प्रदेश में पेपर लीक होने के ताबड़तोड़ मामलों के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नए कानून के साथ सख्ती की तैयारी में है. प्रदेश में पेपर लीक कराने वालों के खिलाफ इतना कड़ा कानून बनेगा कि वो कभी जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे. उनके घर बुलडोजर एक्शन भी होगा. अभी तक यूपी में 7 साल के अंदर आठ बार भर्ती परीक्षाओं का पेपर लीक हो चुका है. RO/ARO, UPSSSC, PET और UPTET के पेपर भी लीक हुए हैं. इसके बाद यूपी पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्नपत्र भी लीक हो गया था, इस परीक्षा में 55 लाख के करीब अभ्यर्थी थे.


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ऐसे में योगी आदित्यनाथ ने परीक्षा प्रश्नपत्र लीक कराने को लेकर नया कानून बनाने का संकेत दिया है.  अब पेपर लीक होने पर उम्रकैद की सजा हो सकती है और 1 करोड़ रुपये तक जुर्माना हो सकता हैं. ऐसे आरोपियों के खिलाफ गैंगस्टर एक्ट भी लगेगा और बुलडोजर भी चलवाने की कार्रवाभी उन्हें झेलनी पड़ेगी.  


उधर, उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की ओर से आयोजित समीक्षा अधिकारी/सहायक समीक्षा अधिकारी (आरओ/एआरओ) परीक्षा पेपर लीक मामले के मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा का बयान आखिरकार दर्ज कर लिया गया है. स्पेशल टास्क फोर्स की टीम शनिवार दोपहर में मेरठ जेल पहुंची और पेपर लीक मामले में पूछताछ की. 


राजीव नयन मिश्रा ने क्या बताया
राजीव ने बताया कि जब वह सिपाही भर्ती परीक्षा का पेपर लेने गया था, तब उससे मधुबनी, बिहार निवासी सुभाष प्रकाश से बातचीत हुई .इसके बाद सुभाष ने परीक्षा से एक दिन पहले उसे आरओ/एआरओ का पर्चा मुहैय्या करवाया था.राजीव ने बांदा के रिसार्ट में पेपर का उत्तर रटवाने समेत कई अन्य बातें भी बताईं.


मुकदमें के विवेचक इंस्पेक्टर ने जब उससे गिरोह में शामिल सदस्यों की भूमिका के बारे में सवाल किया तो काफी देर तक टालमटोल करता रहा. बाद में कुछ सदस्यों के बारे में बताया और कहा कि उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी. 


एसटीएफ सूत्रों का कहना है कि जेल में बंद राजीव नयन ने आरओ/एआरओ पेपर लीक के मामले में कई और युवकों का नाम लियो है. अब उसके बयान के आधार पर बाकी लोगों पर भी कानूनी शिकंजा कसने की तैयारी की जा ही है.


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