रायबरेली: कभी कांग्रेस का गढ़ माने जाने वाले अमेठी जिले में भाजपा और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने साल 2019 में तख्ता पलट कर दिया. इसके बाद अब अमेठी सांसद रायबरेली में भी एक्टिव नजर आ रही हैं. यही वजह है कि पिछले लगभग डेढ़ साल से जिस संगठन की सोनिया गांधी अध्यक्ष रहीं, उनकी जगह अब अमेठी सांसद और केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी को दी गयी है. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

दरअसल, स्मृति ईरानी को रायबरेली जिला विकास एवं अनुश्रवण समिति (दिशा) का अध्यक्ष बनाया गया है. जबकि रायबरेली की सांसद सोनिया गांधी अब इस समिति की सह अध्यक्ष होंगी. इससे पहले 2018 में सोनिया गांधी अध्यक्ष, जबकि राहुल गांधी को सह अध्यक्ष बनाया गया था. 


ये भी पढ़ें- क्या आप जानते हैं भारतीय संसद भवन में लगे हैं उल्टे पंखे? बेहद रोचक है इसके पीछे की वजह


जिलाधिकारी को भेजी जानकारी 
आपको बता दें कि विकास कार्यों के लिए केंद्र की योजनाएं जिले में संबंधित अधिकारियों द्वारा लागू कराई जाती हैं. इन्हीं योजनाओं को अंतिम व्यक्ति तक पहुंचाने और उसकी निगरानी के लिए दिशा समिति का गठन होता है. इस समिति का अध्यक्ष आमतौर पर जिले का सांसद होता है. पिछले लगभग डेढ़ साल से सोनिया गांधी इस पद पर थीं, लेकिन अब उनकी जगह स्मृति ईरानी लेंगी. ग्राम्य विकास मंत्रालय ने इससे संबंधित जानकारी भी जिलाधिकारी को भेज दी है. हालांकि, अभी तक आधिकारिक पत्र नहीं आया है. जिला विकास अधिकारी ने कहा कि आधिकारिक पत्र आते ही इस संबंध में ज्यादा जानकारी दी जा सकेगी. 


ये भी पढ़ें- UP Corona Update: बीते 24 घंटे में 77 नए मामले, 98 लोगों ने जीती कोरोना से जंग, 1 की मौत


2020 में दी थी खुली चुनौती
आपको बता दें कि स्मृति ईरानी ने साल 2020 में एक रैली के दौरान कांग्रेस को खुली चुनौती दी थी. जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कॉग्रेंस ने भाजपा कार्यकर्ताओं को प्रताड़ित करने की कोशिश की, तो वह उनसे काग्रेंस की सीट भी छीन लेंगी. दिशा कमेटी के अध्यक्ष बनने के बाद उनका यह बयान प्रासंगिक हो गया है, क्योंकि 2024 के चुनाव में अभी 3 साल बचे हैं, लेकिन उसके पहले ही सोनिया गांधी का एक पद उनके नाम हो चुका है. 


ये भी देखें- Surprising Video: इस हाथी ने बनाई खुद की तस्वीर! देखें कैसे सूंड में ब्रश पकड़कर कर रहा पेंटिंग


WATCH LIVE TV