नोएडा: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने अपने संसदीय क्षेत्र वायनाड में बुधवार को यूपी के हाथरस में जातीय हिंसा के मामले में आरोपी सिद्दीकी कप्पन के परिवार से मुलाकात की. उन्होंने सिद्दीकी कप्पन के परिवार को हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है. सिद्दीकी कप्पन इस वक्त यूपी की मथुरा अस्थायी जेल में बंद है.


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जातीय दंगे फैलाने की साजिश का आरोप
सिद्दीकी कप्पन पर आरोप है कि वह पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) का कार्यकर्ता है और हाथरस गैंगरेप की वारदात के बाद उसने जातीय दंगे फैलाने की साजिश रची थी. सिद्दीकी को यूपी पुलिस ने तीन लोगों के साथ उस वक्त गिरफ्तार किया था, जब वह यूपी की मथुरा से हाथरस जा रहा था.


परिवार ने राहुल से मांगी थी मदद
आरोपी के परिवार से राहुल गांधी ने वायनाड में मुलाकात की है, जिसके बाद सवाल खड़े होने लगे हैं. सिद्दीकी कप्पन के परिवार ने राहुल गांधी से मदद की अपील की थी.


कोर्ट ने भेजा था 14 दिन की न्यायिक हिरासत में  
इससे पहले सीजेएम कोर्ट (Chief Judicial Megistrate) ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था. आपको बता दें कि इन चारों के खिलाफ बुधवार को ही मथुरा के मांट पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई थी. मुजफ्फरनगर के अतीकउर्रहमान, केरल के आलम सिद्दीक, बहराइच के मसूद अहमद और रामपुर के आलम पर अवैध तरीके से विदेशी फंडिंग जुटाने, दंगा भड़काने की साजिश रचने और हाथरस में कथित गैंगरेप के मामले में अफवाहें फैलाने का आरोप है.


मथुरा से हुए थे गिरफ्तार
मथुरा पुलिस ने इन चारों आरोपियों को सोमवार रात मांट टोल प्लाजा से गिरफ्तार किया था. ये हाथरस जा रहे थे. पुलिस को इनके पास से ''जस्टिस फॉर हाथरस'' नाम के पैंफलेट भी बरामद हुए थे. पुलिस के मुताबिक चारों आरोपियों के मोबाइल फोन, लैपटॉप और गाड़ी से जो साहित्य मिला है उससे राज्य की शांति और कानून व्यवस्था में बाधा पड़ सकती थी. आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में पीएफआई और इसके सहयोगी संगठन कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़े होने की बात कबूल की है. एफआईआर के मुताबिक आरोपियों के पास से जो पैंफलेट मिले हैं उन पर लिखा है, ''मैं भारत की बेटी नहीं हूं.'' पुलिस पूरे मामले की गहनता से छानबीन कर रही है.''


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