UP News : जम्मू-कश्मीर के राजौरी पुंछ सेक्टर में गुरुवार को घने जंगलों के बीच गुजर रहे सेना के वाहनों पर आतंकियों ने हमला कर दिया था. इसमें सेना के पांच जवान शहीद हो गए थे. इसमें यूपी के कानपुर और उत्‍तराखंड के चमोली के जांबाज शामिल हैं. दोनों के शहीद होने की खबर जैसे ही इनके गांव पहुंची, पूरे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई. 


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10 साल पहले सेना में हुए थे भर्ती 
कानपुर के चौबेपुर क्षेत्र के भाऊपुर गांव निवासी नायक चालक करन कुमार यादव साल 2013 में सेना में भर्ती हुए थे. उनके पिता बालक राम यादव ने बताया कि करन दो भाई और तीन बहनों में मझिला था. करन के दो बहनों की शादी हो चुकी है. एक बहन और एक भाई अविवाहित हैं. इन दिनों करन की तैनाती राजौरी क्षेत्र में थी. करन को 6 साल की एक बेटी और 2 साल का एक बेटा है. 


बेटे की शहादत पर गर्व 
करन के पिता बालक राम ने बताया कि उन्हें बेटे की शहादत पर गर्व है. करन उनका बड़ा बेटा था, हमले में बलिदान होकर उसने देश ही नहीं कानपुर और चौबेपुर का भी नाम रोशन किया है. देर रात अधिकारियों से जानकारी मिलने के बाद घरवालों में कोहराम मच गया. सुबह से ही गांव में मातम छाया हुआ है. 


कल पैतृक गांव पहुंचेगा शहीद का शव 
वहीं, यही हाल उत्‍तराखंड के चमोली जिले के नारायणबगड़ विकास खंड के बमियाला गांव में भी है. यहां नायक बीरेंद्र सिंह भी आतंकी हमले में शहीद हो गए. चमोली जिला प्रशासन ने बताया कि पुंछ के राजौरी में सेना पर हुए आतंकी हमले में बीरेंद्र सिंह पुत्र सुरेंद्र सिंह शहीद हो गए. शहीद जवान का पार्थिव शरीर रुड़की लाया जा रहा है. कल शहीद जवान का शव उसके पैतृक गांव बमियाला पहुचेगा. शहीद बीरेंद्र अपने पीछे अपनी पत्नी और दो बेटियों को छोड़ गए.