Budhwar Ke Upay: आज सावन महीने का दूसरा बुधवार है. हिंदू धर्म में बुधवार का दिन भोलेनाथ के पुत्र भगवान गणेश (Lord Ganesh) को समर्पित होता है. ऐसे में सावन मास में बुधवार का महत्व और अधिक बढ़ जाता है. धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, इस दिन भगवान शिव और गणेश जी की विधि-विधान से पूजा अर्चना कर उनका आशीर्वाद प्राप्त कर सकते हैं. भोलेनाथ और गणपति प्रसन्न होकर अपने भक्तों को सुख-समृद्धि का वरदान देते हैं. उनकी कृपा से भक्तों के जीवन में धन-दौलत और यश-वैभव में कभी कमी नहीं होती है. सावन के बुधवार को कुछ उपाय भी किए जाते हैं, ताकि गणपति और भगवान शिव को प्रसन्न कर सकें. आज इस आर्टिकल में हम आपको सावन के बुधवार को किए जाने वाले कुछ छोटे-बड़े उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं....


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सावन के बुधवार को करें ये उपाय 


  1. दांपत्य जीवन में उतार-चढ़ाव चल रहा है तो सावन में पड़ने वाले बुधवार के दिन पति-पत्नी एक साथ जल में शहद और पुष्प मिलाकर शिवलिंग पर अभिषेक करें. 

  2. सावन के बुधवार के दिन गणेश चालीसा और गणेश स्त्रोत का कम से कम 11 बार पाठ करें. नारद पुराण के अनुसार, इससे जीवन की तमाम परेशानियां दूर हो जाती हैं. 

  3. सावन के बुधवार को शिवलिंग का दही से अभिषेक करें. ऐसा करने से व्यापार व शिक्षा के क्षेत्र में तरक्की मिलती है. 

  4. मान्यता है कि बुधवार के दिन शिवलिंग पर सफेद चीजें अर्पित करनी चाहिए. ऐसा करने से आर्थिक मिलता है. 

  5. आर्थिक उन्नति और कर्ज से मुक्ति के लिए सावन के बुधवार को नियमानुसार गजानन की पूजा-अर्चना करें. इस दौरान गणपति अर्थवाशीर्ष का 11 बार पाठ करें. नारद पुराण के मुताबिक, इसके पाठ से जीवन की सभी परेशानियां दूर होती हैं. 

  6. सावन महीने के बुधवार को गाय को हरी घास के साथ सवा हरी मूंग की दाल, घी और चीनी मिलाकर गाय को खिलाएं. ऐसा करने से कुंडली का बुध दोष भी दूर होता है. साथ ही मां लक्ष्मी की भी आशीर्वाद बना रहता है और करियर में ग्रोथ मिलती है. 


इन मंत्रों का करें जाप 
1. ॥ ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
2. गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
3. ॥ ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
4. 'ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।'
5. ॐ ग्लौम गौरी पुत्र, वक्रतुंड, गणपति गुरु गणेश।
ग्लौम गणपति, ऋद्धि पति, सिद्धि पति. करो दूर क्लेश ।।


Disclaimer: इस लेख में दी गई जानकारी/सामग्री/गणना की प्रामाणिकता या विश्वसनीयता की गारंटी नहीं है.  सूचना के विभिन्न माध्यमों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/धार्मिक मान्यताओं/धर्मग्रंथों से संकलित करके यह सूचना आप तक पहुंचाई गई हैं. हमारा उद्देश्य सिर्फ सूचना पहुंचाना है. इसके अतिरिक्त इसके किसी भी तरह से उपयोग की जिम्मेदारी स्वयं उपयोगकर्ता या पाठक की ही होगी. ZEE UPUK इसकी जिम्मेदारी नहीं लेगा. 


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