Ankle Sprain Treatment: हममें से कई लोग मोच की समस्या से कभी न कभी परेशान रहे होंगे. मोच आने पर व्यक्ति को बहुत दर्द होता है. हड्डियों में किसी तरह के क्षतिग्रस्त होने से मोच की समस्या पैदा होती है, क्योंकि हड्डियों में उत्तक एक दूसरे से जुड़े होते हैं. आमतौर पर सबसे ज्यादा मोच पैर के टखने(Ankle) में आती है. इसके अलावा कलाई, घुटने और अंगूठे में भी मोच आ सकती है. मोच के कारण  सूजन और तेज दर्द (Pain due to Sprain) हो सकता है.मोच खेलते समय या चलते समय आ सकती है. हम आपको यहां कुछ ऐसे ही घरेलू नुस्खे बताने जा रहे हैं जो आपको मोच के दर्द से राहत दिलाएंगे.


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मोच के कारण  सूजन और तेज दर्द हो सकता है. मोच जितनी गंभीर होती है दर्द और सूजन भी उतना ही ज्यादा हो सकती है. मोच  के ज्यादतर मामलों प्रारंभिक उपचार हम खुद शुरू कर सकते हैं.आइए जानते हैं मोच आने पर सबसे पहले क्या करना चाहिए


पैर में मोच आने पर क्या करना चाहिए


हल्दी 
हल्दी एक नहीं कई गुणों से भरपूर है. ये एंटीसेप्टिक के रूप में काम करती है. घर के किचन में मौजूद हल्दी एंटी-सेप्टिक के रूप में काम करती है. अगर पैर में मोच आ जाए तो दो चम्मच हल्दी को थोड़े पानी में डालकर पेस्ट बना लें. अब इस पेस्ट को दर्द वाली जगह लगाएं और दो घंटे बाद गुनगुने पानी से धो लें. आपको आराम मिलेगा.


सेंधा नमक
सेंधा नमक सूजन विरोधी माना जाता है.  सेंधा नमक मांसपेशियों के दर्द और ऐंठन को कम करता है. इसमें प्राकृतिक तौर पर मैग्नीशियम होता है जो हड्डियों के दर्द को दूर कर सकता है.इसके लिए आपको करना है कि सेंधा नमक   गुनगुने पानी में डालकर प्रभावित जगह पर सिकाई करें. इसके आपको काफी आराम मिलता है.


शहद-चूना
मोच आने पर शहद में चूना मिक्स करके मोच वाली जगह लगाएं. आप देखेंगे कि मोच जल्दी ठीक हो जाएगी.


लौंग का तेल
लौंग के तेल में मौजूद पोषक तत्व पैरों की चोट को ठीक करने में भी मददगार साबित होते हैं. मोच वाले हिस्से में लौंग के तेल से मालिश करने से सूजन और दर्द से राहत मिलती है. आप दिन में दो बार लौंग के तेल का यूज कर सकते हैं.


आइस पैक
मोच आने पर तुरंत बर्फ से सिकाई करनी चाहिए. बर्फ को कपड़े में लपेटकर ही लगाएं. मोच आई जगह पर कोल्ड पैक लगाने से सूजन कम हो जाएगी. मोच आने पर जितनी जल्दी हो सके उस जगह पर बर्फ लगाने की कोशिश करें. इसे पहले 48 घंटों तक या सूजन में सुधार आने तक जारी रखें. बता दें कि बर्फ से 15 से 20 मिनट तक सिकाई करनी चाहिए.  अगर दर्द बहुत ज्यादा है तो हर एक-दो घंटे में 20 मिनट के लिए मोच पर बर्फ लगाएं.


तुलसी की पत्तियां
चोट लगने पर फौन तुलसी की कुछ पत्तियों को पीसकर पेस्ट बना लें. इस पेस्ट को चोट वाले स्थान पर लगाएं.  तुलसी का औषधिय गुण अपना चमत्कार दिखायेगा.


कंप्रेस-एलिवेट
इलास्टिक रैप या पट्टी से मोच वाले जगह को कंप्रेस कर सकते हैं. इलास्टिक या नियोप्रीन से बने कंप्रेसिव बैंड या स्लीव सबसे अच्छे होते हैं. संभव हो तो मोच वाले अंग को हृदय से ऊपर उठाकर रखें. इससे सूजन रुकेगी.


ले सकते हैं किलर पेन 
मोच में धीरे-धीरे सुधार आता है. दर्द कम करने के लिए ओवर-द-काउंटर पेन किलर जैसे इबुप्रोफेन (एडविल, मोट्रिन आईबी) और एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल) ले सकते हैं. ज्यादा परेशानी होने पर अपने डॉक्टर के पास जाएं.


डिस्क्लेमर: यह सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है. अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें. Zeeupuk इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है.


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