Karwa Chauth Vrat: क्या पीरियड्स में रख सकती हैं करवा चौथ व्रत, जानें किन 6 महिलाएं करें चाहिए परहेज
Health Conditions for Karwa Chauth Vrat: करवा चौथ का व्रत महिलाओं के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है. वो 6 महिलाएं जिन्हें नहीं रखना चाहिए करवा चौथ का व्रत, कारण जान हैरान हो जाएंगे.
करवा चौथ का व्रत
इस बार करवा चौथ का व्रत 20 अक्टूबर 2024 रविवार को है. हार्ट, कमजोरी, सर्जरी, गर्भवती, नर्सिंग, डायबिटीज, मासिक धर्म आदि हालातों में यह व्रत नहीं रखने के बारे में बताया जाता है. हालांकि, सेहत संबंधी दिक्कत होने पर जरूर अपने डॉक्टर से सलाह लें.
गर्भवती महिलाएं
गर्भावस्था में शरीर को अधिक पोषण की जरूरत होती है और हाइड्रोजन की भी ज्यादा जरूरत होती है. करवा चौथ के व्रत का संकल्प करने के बाद महिलाओं को पूरे दिन भूखे और प्यासे रहना होता है.
भूखे प्यासे
लेकिन जब बात गर्भवती महिलाओं के भूखे प्यासे रहने की बात आती है तो यह उनके लिए ठीक नहीं. किसी भी तरह के संशय होने पर डॉक्टर से जरूर सलाह लें.
नर्सिंग महिलाएं
नर्सिंग यानी स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को खुद के खानपान का तो अधिक से अधिक ध्यान रखना ही होता है इसके साथ ही अपने शिशु की सेहत और पोषण की भी जरूरत पड़ती है.
स्तनपान
ऐसे में नर्सिंग यानी स्तनपान करवाने वाली महिलाओं को करवा चौथ का व्रत रखने से बचना चाहिए. व्रत रखने से शरीर में पानी व जरूरी पोषक तत्वों की कमी होने का डर होता है और यह महिला के साथ साथ बच्चे के लिए हानिकारक साबित हो सकता है.
हृदय रोग से ग्रसित महिलाएं
हृदय रोग से ग्रसित महिलाओं को शरीर में ऊर्जा और हाइड्रोजन की लगातार जरूरत होती है. ऐसे में लंबे समय तक उपवास रखने से दिल पर अतिरिक्त दबाव पड़ सकता है. ब्लड प्रेशर पर भी असर पड़ सकता है. ऐसी महिलाओं को व्रत रखने से बचना चाहिए.
स्वास्थ्य समस्याओं से ग्रस्त महिलाएं
अगर कोई महिला पहले से कमजोरी से जूझ रही है, पेट संबंधी कोई समस्या है या हाल ही में सर्जरी हुई है तो इन्हें व्रत नहीं रखना चाहिए. लंबे समय तक भूखे-प्यासे रहने से शरीर समय लेकर रिकवर होता है. ऐसे में व्रत रखने से बचना चाहिए.
मासिक धर्म
वो महिलाएं जो मासिक धर्म से गुजर रही होती है उनको पूजा-पाठ करने की मनाही होती है. इस दौरान उन्हें अपनी सेहत का विशेष ध्यान रखना होता है ऐसे में अगर वो व्रत रखेंगी तो उनके लिए यह हानिकारक हो सकता है. पीरियड्स के दौरान अगर आप व्रत रखना ही चाहती हैं तो पूजा अपने पति से करवा सकती है ताकि व्रत खंडित न हो.
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह व सुझाव केवल सामान्य सूचना के उद्देश्य से है. इन्हें पेशेवर चिकित्सा की सलाह के तौर पर न लें. कोई भी सवाल या परेशानी होने पर हमेशा अपने डॉक्टर और एक्सपर्ट से सलाह लें.