Maa Vindhyavasini Dham: नए साल पर जाना है मिर्जापुर मां विंध्यवासिनी देवी, दर्शन के समय और तरीके में ये बदलाव जरूर जान लें
अगर आप न्यू ईयर पर मां विंध्यवासिनी धाम दर्शन करने का प्लान कर रहे हैं तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखने की जरुरत है. क्या है नया नियम जानिए.
Maa Vindhyavasini Dham: अक्सर न्यू ईयर पर कुछ लोग धार्मिक स्थल पर जाना पसंद करते हैं. ऐसे में अगर इस बार आप मिर्जापुर के मां विंध्यवासिनी धाम दर्शन करने जाना चाहते हैं तो यह खबर आपके लिए है. इन बातों का ध्यान रखें.
श्रद्धालुओं का सैलाब
न्यू ईयर पर धार्मिक स्थलों पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु दर्शन करने जाते हैं. रिपोर्ट्स की मानें तो भक्तों की भीड़ को देखते हुए चरण स्पर्श पर रोक लगा दिया गया है. जहां भक्त नियमित दर्शन कर सकेंगे.
संयुक्त रूप से फैसला
जानकारी के मुताबिक, भक्तों की भीड़ के मद्देनजर प्रशासन और विंध्य पंडा समाज ने संयुक्त रूप से फैसला लिया है. मां विंध्यवासिनी धाम में नए साल पर लाखों की संख्या में भक्तों की भीड़ उमड़ती है.
क्यों हुआ ये फैसला?
मां विंध्यवासिनी धाम में अव्यवस्था पैदा न हो. इसको देखते हुए बड़ा फैसला लिया गया है. भक्त आसानी से मां के धाम में दर्शन कर सकेंगे. वहीं, मां के चरणों का आशीर्वाद लें सकेंगे.
मुक्कमल तैयारी
न्यू ईयर 2025 पर करीब 3 लाख भक्तों के आने की संभावना है. विंध्य कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में इजाफा हुआ है. संभावित भीड़ को देखते हुए अन्य मुक्कमल तैयारी की गई है.
चरण स्पर्श पर पाबंदी
न्यू ईयर 2025 पर भक्तों के चरण स्पर्श पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है. आसानी से श्रद्धालु झांकी और दोनों द्वार से कतारबद्ध होकर मां के दर्शन कर सकेंगे. भक्तों की सुरक्षा के मद्देनजर पंडा समाज के सदस्य और पुलिसकर्मी तैनात किए जाएंगे.
मंगला आरती
मां विंध्यवासिनी धाम में अन्य दिनों में भक्त सुबह मंगला आरती के बाद आठ बजे तक चरण स्पर्श दर्शन कर सकते हैं. हालांकि, रविवार, मंगलवार और पूर्णिमा पर चरण स्पर्श पर पाबंदी है. खास पर्वों पर भी भक्तों की सुविधा के लिए चरण स्पर्श पर रोक रहती है.
विन्ध्यवासिनी धाम
आपको बता दें, विन्ध्यवासिनी धाम मिर्जापुर जिले के विन्ध्याचल नगर में गंगा के किनारे स्थित एक प्रसिद्ध मन्दिर है. जिसमें विंध्यवासिनी देवी विराजित हैं. भगवती विंध्यवासिनी आदि महाशक्ति हैं. यह तीर्थ भारत के 51 शक्तिपीठों में से प्रमुख शक्तिपीठ है.