2024: UP में छाए ये महंत-पुजारी, राम मंदिर को मिला सबसे कम उम्र का पुजारी, राजूदास से अविमुक्तेश्वरानंद तक विवादों के घेरे में रहे
Year Ender 2024: साल 2024 यूपी को बहुत अच्छा देकर गया तो कहीं पर विवादों ने अपना नाता बनाए रखा. संभल हो या बहराइच इन मसलों पर खूब बातें हुई. बहुत से पुजारियों ने बांग्लादेश और मंदिर-मस्जिद पर बोला तो किसी ने अयोध्या राम लला प्राण प्रतिष्ठा में खूब नाम पाया.आइए इस लेख में जानते हैं उन पुजारियों और संतों के बारे में जो किसी न किसी वजह से चर्चा में रहे.
2024 Year Ender
नया साल नई उम्मीदें लेकर आएगा तो वहीं, बीता हुआ साल बहुत सीख देकर जा रहा है. अब जबकि लोग नए साल के स्वागत के तैयारियां कर हैं, यह बिलकुल सही समय है जब हम थोड़ा ठहर कर देंखे कि साल 2024 हमारे लिए क्या लेकर आया था. कुछ अच्छा तो कुछ हैरान करने वाली घटनाएं हुई.
रामलला के टेंट वाले मंदिर से लेकर भव्य भवन में पूजा- पाठ का अनुभव रखने वाले मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास की उम्र करीब 84 वर्ष हो चुकी है. वे पिछले करीब 32 वर्षों से जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी के रूप में रामलला का नित्य पूजन अर्चन कर रहे हैं. उन्होंने राम मंदिर के संघर्ष से लेकर उसके निर्माण तक का वो दौर बेहद ही करीबी से देखा है. आज भी राम मंदिर ट्रस्ट ने इनके पद में किसी भी तरह का बदलाव न करते हुए इन्हें आज भी रामलला के दरबार का मुख्य पुजारी का कार्य दिया हुआ है. आचार्य सत्येंद्र दास ने लोकसभा चुनाव के दौरान एक भविष्यवाणी की थी कि 2024 में फिर से नरेंद्र मोदी ही देश के प्रधानमंत्री बनेंगे. इनकी बात सच हुई और नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री पद के लिए तीसरी बार चुने गए. अपनी इस भविष्यवाणी को लेकर आचार्य सत्येंद्र दास सुर्खियों में बने रहे.
मोहित पाण्डेय कौन हैं
अयोध्या राम मंदिर ट्रस्ट ने कुल 50 नए पुजारियों का चयन किया था. इन पुजारियों में मोहित पाण्डेय भी शामिल हैं. मोहित पाण्डेय राम मंदिर के सबसे कम उम्र के पुजारी हैं. जानकारी के मुताबिक करीब 3 हजार विद्वानों के बीच में से इनका चुनाव किया गया था. एक रिपोर्ट के अनुसार मोहित पाण्डेय लखनऊ के रहने वाले हैं. वह तिरुपति देवस्थानम (तिरुमाला) की ओर से नियंत्रित श्री वेंकटेश्वर वैदिक विश्वविद्यालय तिरुपति में मास्टर ऑफ आर्ट्स तथा पीएचडी की तैयारी भी कर रहे हैं. मोहित पाण्डेय अयोध्या राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की पूजा करने वाले पुजारियों में से एक थे.
महंत यति नरसिंहानंद
अपने बयानों को लेकर चर्चा में बने रहने वाले महंत यति नरसिंहानंद ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान पैगंबर मोहम्मद और कुरान को लेकर आपत्तिजनक बातें कहीं. नरसिंहानंद के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. सोशल मीडिया पर बयान का वीडियो वायरल हुआ तो लोगों का गुस्सा फूट पड़ा.उन्होंने रावण और उसके भाइयों की तारीफ करते हुए उन्होंने पैगंबर मोहम्मद साहब और कुरान को लेकर आपत्तिजनक टिप्पणी कर दी. इसके अलावा भी वे कई बार विवादों में रह चुके हैं.
यतीश्वरानंद गिरि
संभल में जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यतीश्वरानंद गिरि भी अपने विवादित बयानों के कारण चर्चा में रहते हैं. उन्होंने कहा था कि मुसलमान को भारत में रहने का अधिकार नहीं है. महामंडलेश्वर के मुताबिक, हिंदू और मुसलमानों की संस्कृति एक नहीं हो सकती. फिर हिंदू-मुसलमान भाई-भाई कैसे हो सकते हैं.
हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी महंतराजू दास
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे अत्याचार पर अयोध्या के हनुमान गढ़ी मंदिर के पुजारी महंत राजू दास भी अपने बयानों के लिए सुर्खियों में रहते हैं. उन्होंने एक अपने वीडियो संदेश में कहा कि बांग्लादेश में हिंदुओं के घर जलाए जा रहे हैं, हिंदू मां-बहन और बेटियों की इज्जत लूटी जा रही है. मकान, दुकान जलाए जा रहे है. वहां जो भी हिंदुत्व की बात करता है, उसके ऊपर हमला होता है, उसको मारा जाता है.
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि मुस्लिम अपने धर्म स्थलों पर हिंदुओं की एंट्री पर बैन लगा दें. हमारे भाई भटककर वहां चले जाते है, वहां चादर चढ़ाते है सारी चढ़ोत्तरी तो हिन्दुओ के द्वारा होती है. उन्होंने कहा कि राम अपनी जगह ठीक है खुदा अपनी जगह ठीक है, लेकिन राम भी और खुदा भी एक साथ यह ठीक नहीं है. अगर इस्लाम का कोई काम हो रहा है तो वहां हिन्दुओ की जरूरत नहीं है वैसे ही हिन्दुओ के काम में इस्लाम की जरूरत नहीं हैं. स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा मजार पर हिन्दुओ की जरूरत नहीं है, जितनी जल्दी वो बैन करे हम बहुत स्वागत करेंगे.