Sawan Somwar 2024: सावन का आखिरी सोमवार आज है. इस दिन रक्षाबंधन का भी त्‍योहार मनाया जा रहा है. रक्षाबंधन और सावन का आखिरी सोमवार एक साथ पड़ने पर आज का दिन और खास हो जाता है. सोमवार को सुबह से ही भक्‍त शिवालय पहुंचने लगे. भक्‍तों ने शिवलिंग पर दूध, जल, बेलपत्र से अभिषेक कर खुशहाली और मनोकामना पूरी होने की प्रार्थना की. हरिद्वार में गंगा स्‍नान के लिए बड़ी संख्‍या में श्रद्धालु पहुंचे. ऐसा ही नजारा वाराणसी और प्रयागराज में भी देखने को मिला. यहां गंगा स्‍नान के बाद जलाभिषेक किया. 


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पूजन के लिए शुभ मुहूर्त 
सावन का अंतिम सोमवार व्रत पूर्णिमा पर किया जाएगा. पंचांग के मुताबिक, सावन पूर्णिमा 19 अगस्त को रात 3 बजकर 44 मिनट पर शुरू होगी और 19 अगस्त को रात 11 बजकर 55 मिनट पर समाप्‍त होगा. इसी दिन रक्षाबंधन का त्‍योहार भी मनाया जाएगा. इस दिन ब्रह्म मुहूर्त सुबह 04 बजकर 25 मिनट से लेकर 05 बजकर 09 मिनट तक रहेगा. 


रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त 
इस बार रक्षाबंधन पर भद्रा आ रही है. बताया गया कि भद्रा नक्षत्र में कोई शुभ कार्य नहीं किया जाता है. इसके चलते भद्रा काल में राखी बांधन निषेध माना जाएगा. ज्‍योतिषचार्यों के मुताबिक, 19 अगस्‍त को सुबह 9:51 से प्रात : 10:54 तक भद्रा पुछ्य काल रहेगी. यह समय राखी बांधने का शुभ मुहूर्त रहेगा. इस समय राखी बांध सकते हैं. इसके बाद भद्रा पुछ्य शुरू हो जाएगा, जो दोपहर 1:30 तक रहेगा. इसके बाद दूसरा शुभ मुहूर्त रहेगा. इस समय भी बहनें राखी बांध सकती हैं. 


ये है मान्‍यता 
रक्षाबंधन के दिन गंगा स्‍नान करके और दान-पुण्य करके भी ईष्ट कार्य सिद्ध किए जा सकते हैं. ध्‍यान रहे कि राखी बांधते समय अगर ये टूट जाए तो फेंके नहीं, इसे अशुभ माना गया है. टूटी हुई राखी को जल में प्रवाहित कर दें या किसी पेड़ की जड़ में रख दें. ऐसा करते समय 1 रुपये का सिक्का भी रखें.


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