Rishikesh AIIMS News: ऋषिकेश एम्स में चौथे फ्लोर तक क्यों दौड़ाई जीप, वायरल वीडियो पर पुलिस ने कबूली सच्चाई तो सब हैरान
Rishikesh AIIMS: हाल ही में उत्तराखंड के ऋषिकेश स्थित एम्स में एक जूनियर डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ का मामला सामने आया था. जिसके बाद सोशल मीडिया पर ऋषिकेश एम्स में दौड़ती पुलिस जीप का वीडियो हर जगह वायरल हो रहा है.
ऋषिकेश: उत्तराखंड के ऋषिकेश एम्स में दौड़ती पुलिस जीप का वीडियो हर जगह वायरल हो रहा है. पुलिस ने महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ के आरोपी को पकड़ने के लिए अस्पताल के रैंप के सहारे जीप को ऊपर तक पहुंचा दिया और अस्पताल के वार्डों के बीच से जीप गुजरते देख वहां हड़कंप मच गया था और उनके बीच से आरोपी नर्सिंग अफसर को पकड़कर पुलिस ले गई. इस पर सवाल उठा था कि आखिर सादी वर्दी में ऊपर जाकर भी पुलिस आरोपी को आसानी से गिरफ्तार कर सकती थी, पुलिस जीप ऊपर क्यों ले जाकर मरीजों की जान से खिलवाड़ किया गया. इस पर अब पुलिस ने सच्चाई बताई है, उसका कहना है कि छेड़छाड़ के मामले को लेकर डॉक्टरों का गुस्सा बहुत ज्यादा था और ऐसे में आशंका था कि उसे नीचे ले जाते वक्त हमला हो जाता, लिहाजा यह फैसला लिया गया.
वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल
20 मई को हुई इस घटना का वीडियो भी सोशल मीडिया में बहुत वायरल हुआ. जब इस घटना के संबंध में देहरादून के एसएसपी अजय सिंह से बात हुई तो उन्होंने कहा कि 'महिला डॉक्टर से छेड़छाड़ की घटना के बाद रेजीडेंट डॉक्टरों ने आक्रोशित होकर प्रदर्शन किया. ऐसे में आरोपी को सुरक्षित रूप से बाहर लाना और उसे पुलिस थाने तक ले जाना जरूरी था'.
मनोरोग वार्ड में भर्ती
छेड़छाड़ के बाद आरोपी अस्पताल के मनोरोग वार्ड में भर्ती हो गया था, जहां से पुलिस ने उसे पकड़ा. एक जूनियर रेजीडेंट डॉक्टर ने बताया कि आरोपी मनोरोग वार्ड में इसलिए भर्ती हुआ ताकि वो दिखा सके कि उसने मानसिक रोग से ग्रस्त होने के कारण यह अपराध किया है.
आरोपी के खिलाफ मामला दर्ज
एसएसपी ने बताया कि आरोपी के खिलाफ धारा 354 और 506 के तहत मामला दर्ज किया गया है. वहीं आरोपी ने अस्पताल प्रशासन को अपना लिखित माफिनामा दिया है. इस घटना के बाद उसे सस्पेंड कर दिया गया है लेकिन डॉक्टर उसकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं.
आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई
वहीं जूनिया डॉक्टर के साथ छेड़छाड़ के मामले को पुलिस ने एसआईटी को सौप दिया है. जिसके बाद इस पूरे मामले की जांच एसआईटी की टीम करेगी. दो महिला एस आई, एक महिला कांस्टेबल के कानूनी अधिकारी को अस्पताल भेजा गया है. वहीं जूनियर डॉक्टर आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं.
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