तपोवन से सिद्धपीठ मां कुंजापुरी मंदिर तक रोपवे पर मुहर, 5 घंटे की दूरी 45 मिनट में पूरी होगी
Haridwar-Rishikesh: ऋषिकेश से कुंजापुरी मंदिर तक रोपवे बनने से न सिर्फ श्रद्धालुओं को माता के दर्शन करने में आसानी होगी. बल्कि यहां बड़ी संख्या में पर्यटक भी आ सकेंगे क्योंकि कुंजापुरी की पहाड़ी से हिमालय के सुंदर नजारे दिखते हैं.
Uttarakhand News: ऋषिकेश-कुंजापुरी रोपवे परियोजना विकसित किए जाने के क्रम में सरकार ने एक कदम और आगे बढ़ाया है. सरकार ने इस परियोजना के लिए सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली हैं. गौरतलब है कि ऋषिकेश से सटे टिहरी जिले के तपोवन से नरेंद्र नगर के सिद्धपीठ मां कुंजापुरी मंदिर तक अब श्रद्धालु रोपवे से आसानी से पहुंचकर दर्शन कर पाएंगे. जिससे उन्हें जाम से भी मुक्ति मिलेगी साथ ही समय भी बचेगा.
मिली जानकारी के मुताबिक तपोवन से नरेंद्रनगर के कुंजापुरी रोपवे के लिए सभी औपचारिकता पूरी कर ली गई हैं. जल्द ही तपोवन से कुंजापुरी रोपवे का काम शुरू होगा. इस संबंध में डीपीआर तैयार की जा रही है. इस कार्य के बारे में कैबिनेट मंत्री सुबोध उनियाल ने बताया कि सरकार की और से तपोवन से कुंजापुरी रोपवे की सभी औपचारिकता पूरी कर ली गयी हैं. डीपीआर तैयार करने का काम किया जा रहा है जैसे ही डीपीआर का काम पूरा होगा रोपवे का कार्य शुरू किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि श्रद्धालुओं की भावनाओं एवं सहूलियत के दृष्टिगत रोपवे परियोजना शीघ्र धरातल पर उतरेगी. इससे निश्चित रूप से धार्मिक पर्यटन में इजाफा होगा. स्थानीय लोगों को रोजगार भी मिलेगा. आपको बता दें कि कुंजापुरी देवी का मंदिर एक शक्तिपीठ है. यह पहाड़ पर स्थित है. मान्यताओं के मुताबिक माता सती की छाती यहीं कटकर गिरी थी. पहाड़ी की ऊंचाई 1,676 मी है. यहां से पर्यटक हिमालय की खूबसूरती का दीदार भी करते हैं. यह नरेंद्र नगर से 7 किमी दूर है और ऋषिकेश से इसकी दूरी 15 किमी है.