नीना जैन/सहारनपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने नागरिकता संशोधन बिल 2019 (Citizenship Amendment bill) को अपनी मंजूरी दे दी है. गुरुवार देर रात राष्ट्रपति के हस्ताक्षर के बाद अब यह विधेयक अब कानून बन गया है. इन सबके बीच नागरिकता संशोधन बिल को लेकर उत्तर प्रदेश के सहारनपुर में जमकर हंगामा हुआ है. सहारनपुर में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और हंगामा काटा. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

सहारनपुर की जामा मस्जिद में जुमे की नमाज के बाद नमाजियों ने केंद्र सरकार के विरोध में जमकर नारेबाजी की. साथ ही प्रदर्शन कर रहे लोगों ने बैनर-पोस्टर भी लहराए. प्रदर्शनकारियों का कहना था कि भारत धर्मनिरपेक्ष देश है और नागरिकता संशोधन बिल सभी धर्मों के लिए नहीं है. ऐसे में इस बिल का पास होना संविधान के खिलाफ है. केंद्र सरकार के खिलाफ जबरदस्त नारेबाजी करते हुए इस बिल को वापस लेने की मांग की गई. एक साथ इतनी भीड़ पर पुलिस प्रशासन ने काफी मुश्किल से काबू पाया. 


पुलिस ने धीरे-धीरे लोगों को वहां से निकाला. हालात यह हो गए कि चारों तरफ अल्लाह हू अकबर के ही नारे सुनाई दे रहे थे. हालांकि, ऐसी परिस्थिति से निपटने के लिए पुलिस प्रशासन पहले से ही मुस्तैद था. इसी के चलते प्रशासन ने देर रात 12:00 बजे से ही जनपद में कर्फ्यू लागू कर दिया था. 


पुलिस ने तत्काल ही बेहट, मिर्जापुर, गंगोह के अलावा सहारनपुर नगर में फ्लैग मार्च किया गया और चप्पे-चप्पे पर पुलिस तैनात कर दी गई है. कई स्थानों पर पीएसी की कंपनी भी तैनात की गई ताकि किसी प्रकार का कोई हंगामा ना हो सके. नागरिकता बिल संशोधन बिल को लेकर जामा मस्जिद के प्रबंधक मौलवी फरीद समेत कई मुस्लिम वर्ग के लोगों ने नगर मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा. 


वहीं, इस प्रदर्शन को शहर काजी नदीम अख्तर ने सही ठहराते हुए कहा कि यह बिल भारत के संविधान के खिलाफ है. भारत धर्मनिरपेक्ष देश है और इस बिल का वह पुरजोर विरोध करते हैं और नमाज के बाद यह नारेबाजी और प्रदर्शन इसी बिल का विरोध था.