Saharanpur News : कांवड़ यात्रा के दौरान मार्गों पर पड़ने वाली दुकानों पर प्रोपराइटर का नाम लिखने के आदेश को सहारनपुर के सांसद इमरान मसूद ने तुगलकी फरमान बताया है. सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि इस तरह का तुगलकी फरमान बिना सोचे समझे जारी कर दिया गया है. ऐसे फरमान समाज को बांटने का काम करते हैं. 


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कांवड़ यात्रा का सभी को सम्‍मान करना चाहिए 
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि हमें समाज को एकजुटता का संदेश देना चाहिए. कांवड़ यात्रा का सम्मान हिंदू मुस्लिम सिख इसाई सभी को मिलकर करना चाहिए और सब लोग करते आ रहे हैं. कांवड़ मार्ग के दुकानों पर प्रोपराइटर का नाम लिखे जाने पर नफरत को बढ़ावा देने का काम करती है. इस तरह से पोस्टर लगाने के आदेश से कावड़ियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा?. क्या कांवड़ बनाने वाले मुसलमान नहीं हैं. 


कांवड़ बनाने वालों में मुसलमान भी शामिल 
उन्होंने कहा कि कांवड़ बनाने वाले लोगों में मुसलमान भी शामिल हैं, कांवड़ियों पर इसका कोई दुष्प्रभाव नहीं पड़ेगा. कांवड़ियों के पहनने वाले कपड़े सहारनपुर के होजरी में तैयार होते हैं, जो मुस्लिम भाई बनाते हैं. ये लोग हिंदू-मुसलमान को बांटने की बात कर रहे हैं. इमरान मसूद ने कहा कि हिंदू-मुसलमान की बात मत करो. अगर बात करनी है तो नौजवान के रोजगार, किसानों की फसलों के दाम और व्यापारी के नुकसान की बात करनी चाहिए. ये लोग सिर्फ इधर-उधर की बात कर लोगों का ध्यान भटका देते हैं. 


जनता को बेवकूफ बना रहे 
कांग्रेस सांसद इमरान मसूद ने कहा कि वह हार रहे हैं, इसलिए जनता को बेवकूफ बना रहे हैं. कांवड़ एक श्रद्धा का काम है और उनका सम्मान करना सभी का फर्ज है. उन पर पुष्प वर्षा होनी चाहिए. बता दें कि मुजफ्फरनगर और सहारनपुर प्रशासन की ओर से कांवड़ यात्रा को लेकर नए आदेश जारी किए गए हैं. इन आदेशों में कहा गया कि कांवड़ मार्ग में पड़ने वाली दुकानों, ढाबों पर प्रोपराइटर यानी मालिक का नाम लिखना अनिवार्य है. 


अमेठी कांग्रेस सांसद ने गलत बताया 
वहीं, अमेठी से कांग्रेस सांसद किशोरी लाल शर्मा ने मुजफ्फरनगर में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा मार्ग पर सड़क किनारे ठेलों सहित भोजनालयों से मालिकों के नाम लिखे जाने के आदेश पर प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस सांसद केएल शर्मा ने कहा कि यह गंगा-जमुनी तहजीब को नष्ट करने वाला आदेश है. हिंदुस्तान में ऐसा नहीं होना चाहिए.



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