नई दिल्ली/संभल: पशु प्रेम क्या होता है. इसका एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के संभल जनपद के असमौली में देखने को मिला. जहां, जय सिंह के परिवार ने दो साल पहले घर का सदस्य जैसी रही अपनी गाय की मौत के बाद उसकी आत्मा की शांति के लिए परिवार ने 13वीं का आयोजन किया. उन्होंने गाय की आत्मा की शांति के लिए पंडाल लगाकर हवन आदि कराया और करीब 200 लोगों को भोज भी कराया. 


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दरअसल, पशु प्रेम की मिसाल पेश करने बाले किसान जय सिंह निसंतान हैं. संतान की कमी को पूरा करने के लिए जय सिंह ने दो साल पहले एक गाय खरीदी थी, जिसका नाम उन्होंने श्यामा रखा था. जय सिंह ने बताया कि दो साल तक बच्चों की देखभाल करने के बाद अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई.   



जय सिंह ने बताया कि डॉक्टर को भी दिखाया, लेकिन इसी बीच दो महीने पहले श्यामा ऐसी गंभीर बीमारी का शिकार हो गई, जिसको इलाज से भी नहीं बचाया जा सका और उसका निधन हो गया. उन्होंने बताया कि श्यामा के इलाज के लिए उन्होंने पैसा भी पानी की तरह बहाया, लेकिन कुछ हासिल न हो सका.  


गाय की मौत के बाद जय सिंह और उनका परिवार इस कदर टूटा मानों घर का कोई सदस्य ने इस संसार से विदा ले लिया हो. ग्रामीणों ने जय सिंह को समझा बुझाकर किसी तरह संभाला. गाय की मौत से दुखी जय सिंह ने उसकी मौत के 13 दिनों के बाद ब्राह्मणों को बुलाकर विधि-विधान से गाय का 13वीं संस्कार सम्पन्न कराया. गाय की आत्मा की शांति के लिए हवन पूजन भी किया गया. यही नहीं गाय की तेरहवीं संस्कार पर  बाकायदा पंडाल लगाकर लगभग 200 लोगों को भोजन भी कराया गया. जय सिंह का यह गौ प्रेम क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है.