Sambhal News: हिंसा, साजिश या कुछ और... संभल में न्यायिक जांच आयोग की टीम ने डेरा डाला
Sambhal Violence Judicial Inquiry: संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हुई हिंसा की न्यायिक जांच शुरू हो गई है. रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है, इस आयोग ने आज से अपना काम शुरू कर दिया है. चार बिंदुओं पर इस हिंसा की जांच होगी. पढ़िए पूरा मामला
Sambhal Violence Judicial Inquiry: 24 नवंबर को संभल में शाही जामा मस्जिद सर्वे के दौरान हिंसा हुई थी. अब इस हिंसा की न्यायिक जांच शुरू हो गई है. जिसके लिए न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. इस आयोग ने आज से अपना काम शुरू कर दिया है. जिसके लिए शनिवार देर शाम ही आयोग मुरादाबाद पहुंच गई थी. बताया जा रहा है कि चार बिंदुओं पर संभल हिंसा की जांच होने वाली है. फिर दो महीने में जांच आयोग अपनी रिपोर्ट देगा. रविवार को न्यायिक आयोग की टीम ने हिंसा प्रभावित इलाकों का दौरा किया. न्यायिक आयोग की टीम सबसे पहले जामा मस्जिद इलाके में पहुंची. टीम ने जिलाधिकारी, एसपी और अन्य अधिकारियों के साथ जामा मस्जिद समेत उन सभी स्थानों का निरीक्षण किया, जहां हिंसा और पथराव हुआ था. एसपी कृष्ण विश्नोई ने टीम को बताया कि यह विवाद धीरे-धीरे बवाल में बदल गया. मस्जिद के पास मौजूद भीड़ ने पथराव शुरू कर दिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए.
आपको बता दें, 19 नवंबर को कोर्ट ने शाही जामा मस्जिद के हरिहर मंदिर होने के मामले में कोर्ट कमिश्नर नियुक्त करते हुए सर्वे के निर्देश दिए थे. 19 नवंबर को ही कोर्ट कमिश्नर की टीम ने पहली बार सर्वे किया था. इसके बाद 24 नवंबर को दूसरी बार जामा मस्जिद का सर्वे किया. दूसरे सर्वे के दौरान हिंसा भड़क गई थी. जिसमें पांच युवकों की मौत हो गई थी और 19 पुलिसकर्मी घायल हुए थे.
न्यायिक जांच आयोग का गठन
मामले की गंभीरता को देखते हुए जांच तेज कर दी गई है. जांच के लिए हाईकोर्ट के रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन किया गया है. आयोग के अध्यक्ष रिटायर्ड न्यायमूर्ति देवेंद्र अरोड़ा बनाए गए हैं. वहीं, इस आयोग में रिटायर्ड आईपीएस अधिकारी व पूर्व डीजीपी एके जैन और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अमित मोहन प्रसाद सदस्य हैं. इस आयोग ने जांच की प्रक्रिया शुरू कर दी है. शनिवार शाम साढ़े सात बजे टीम मुरादाबाद सर्किट हाउस पहुंच गई.
संभल हिंसा पर सियासी दंगल
इस हिंसा पर उत्तर प्रदेश में सियासत हाई है. शनिवार को सपा नेताओं ने संभल का रूख किया तो बवाल मच गया. जगह-जगह संभल जा रहे सपा नेताओं को रोका गया. इतना ही नहीं कई सपा नेताओं के घरों पर पुलिस ने पहरा बिठा दिया. उत्तर प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडेय समेत पार्टी के पूरे प्रतिनिधिमंडल को संभल नहीं जाने दिया गया. जिसके बाद खूब सियासी दंगल देखने को मिला.
चार बिंदुओं पर होगा जांच
संभल हिंसा की जांच के लिए बनी न्यायिक आयोग चार बिंदुओं पर जांच करने वाली है. जिन चार बिंदुओं पर आयोग जांच करेगी, उनमें सुनियोजित षड़यंत्र की जांच के साथ ही पुलिस-प्रशासन द्वारा शांति व कानून व्यवस्था के लिए किए गए प्रबंध, हिंसा के कारण, उस समय के हालात जैसे पहलू शामिल हैं. इतना ही नहीं यह टीम ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए सुझाव भी देगी. दो महीने में इस टीम को अपनी रिपोर्ट तैयार करनी है.
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