Sun charged water:कांच की बोतल में रखा पानी धूप में बन जाता है अमृत, शरीर को मिलेंगे ये पांच बड़े फायदे
Sun charged water:सूर्य के किरणों में कई तरह के रोगों से लड़ने की शक्ति होती है. संसार में सूर्य को शक्ति का सबसे बड़ा स्रोत माना गया है. कई तरह के जड़ी-बूटी भी सूर्य की किरणों से शक्ति पाकर औषधीय बन जाते हैं. मानव शरीर भी रासायनिक तत्वों के मिश्रण से बना हुआ है. अंग में जिस रंग की अधिकता होती है, शरीर का रंग उसी तरह का हो जाता है. विशेषज्ञों की मानें तो जहां सूर्य की किरणें पहुंचती हैं, वहां रोग के कीटाणु खुद ही मर जाते हैं.
अथर्ववेद में कहा गया है कि सूर्योदय के समय सूर्य की लाल किरणों के सामने खुले बदन बैठने से हृदय और पीलिया के रोग में लाभ होता है. प्राकृतिक रोगों को ठीक करने के लिए नंगे बदन सूर्य स्नान करने से शरीर के आंतरिक रोग ठीक हो जाता है.
सूर्य किरण चिकित्सा के तहत अमृत जल से उपचार के लिए किसी विशेष रंग की कांच की बोतल में तीन चौथाई साधारण पानी को 4-6 घंटे के लिए या फिर चीनी, मिश्री, घी और गिलिसरीन को एक बोतल में रखकर 6 हफ्ते के सूर्य की किरण दिखाए.
ऐसे करने से उस रंग के हितकारी तत्व और गुण पानी में उत्पन्न हो जाते हैं. पानी सूर्यतप्त पानी या पदार्थ बहुत से रोग निवारण गुणों से भरपूर होता है. कांच की बोतल का उपयोग बीमारी के हिसाब से किया जाता है.
सूर्य चिकित्सा से लाभ
सूर्यतप्त अमृत जल शरीर के शिथिल और गतिहीन अंगों को सशक्त बनाती है. एसिडिटी और आयोडीन की कमी को पूर्ति करता है.
कफ या सर्दी से उत्पन्न रोगों में नारंगी या लाल रंग से फायदे मिलता है. शरीर में बढ़ जाने से उत्पन्न रोगों में हरे रंग से फायदा होता है. गर्मी की अधिकता से उत्पन्न रोगो में नीले रंग से लाभ मिलता है.
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यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. ZEE UP/UK इसकी पुष्टि नहीं करता है.