छलका शिवपाल का दर्द, बोले-जिसे अंगुली पकड़कर चलना सिखाया, उसी ने धोखा दिया
यूपी के संभल में शिवपाल सिंह यादव ने जनसभा को संबोधित करते हुए गठबंधन पर हमला बोला. इस दौरान अखिलेश यादव द्वारा किए गए अपमान को लेकर शिवपाल का दर्द भी छलक उठा.
संभल: प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने संभल में अपनी पार्टी के प्रत्याशी करण सिंह यादव के समर्थन में जनसभा को संबोधित किया. असमोली विधानसभा के कैला देवी क्षेत्र में शिवपाल सिंह यादव में जनसभा को संबोधित करते हुए गठबंधन पर हमला बोला. इस दौरान अखिलेश यादव द्वारा किए गए अपमान को लेकर शिवपाल का दर्द भी छलक उठा. इसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि 2019 वह हमारे बिना देश में कोई सरकार नहीं बनेगी. असली लड़ाई 2022 में होगी जिसमें हम प्रदेश में सरकार बनाएंगे.
शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि भले ही अखिलेश मुख्यमंत्री रहे, लेकिन संभल जिले के असमोली विधानसभा क्षेत्र में आज जो भी विकास हुआ है वह या तो नेताजी मुलायम सिंह यादव ने कराया है या फिर उनके बाद मैंने कराया है, लेकिन हम आज भी जानते हैं कि इस इलाके को विकास की बहुत ज्यादा जरूरत है. अखिलेश यादव आज जिस समाजवादी पार्टी के सर्वे सर्वा हैं उसको या तो नेताजी मुलायम सिंह यादव ने बनाया है या फिर उनके बाद मैंने मेहनत की है. लेकिन मेरे साथ क्या हुआ यह आप सब जानते हैं.
उन्होंने गठबंधन पर हमला बोला तो साथ ही दर्द भी छलक पड़ा. शिवपाल यादव ने कहा कि मायावती और अखिलेश का जो गठबंधन है या गठबंधन नहीं बल्कि ठग बंधन है, क्योंकि मायावती पर भरोसा नहीं किया जा सकता है. शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव पर निशाना साधते हुए कहा कि अखिलेश यादव की खातिर मैंने और नेता जी ने क्या-क्या नहीं किया, लेकिन अखिलेश ने नेताजी मुलायम सिंह यादव और हमारे साथ धोखा ही किया. नेताजी के साथ और हमारे साथ धोखा कर सकता है वह क्या नहीं कर सकता. शिवपाल यादव ने कहा कि आज हम साथ होते तो उत्तर प्रदेश में दोनों मिलकर 80 सीटें जीत लेते, जोकि आज 35 सीट पर सिमट गए हैं.
शिवपाल यादव ने कहा कि जब दोनों के बीच गठबंधन हो रहा था तब मैंने कहा था कि हमें भी इस गठबंधन में शामिल कर लिया जाए. मैंने उस समय भी कोई बहुत ज्यादा सीटें नहीं मांगी थीं. मैंने 2 साल तक इंतजार किया लेकिन नही सुनी गईं. जिसके बाद शिवपाल सिंह यादव ने एक बार फिर बसपा सुप्रीमो मायावती पर हमला बोला और कहा के 2007 से 2012 के बीच सबसे ज्यादा मुकदमा नेताजी मुलायम सिंह यादव पर लिखवाए गए और उसी से आज अखिलेश यादव समझौता कर रहे हैं और मायावती की सरकार में प्रदेश में कितना जल लोगों पर हुआ उसको पूरा प्रदेश जानता है.