नई दिल्ली: दिवंगत स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल की पत्नी गरिमा अबरोल ने सोशल मीडिया पर एक भावुक कर देने वाली कविता शेयर की है. गरिमा ने अपने पति को याद करते हुए अंग्रेजी की कविता लिखा कि वे आसमान से जमीन पर गिरे. हड्डियां टूट गईं, एक ब्लैक बॉक्स जरूर मिला. वे सुरक्षित बाहर निकले थे पर पैराशूट में आग लग गई. इसके साथ ही परिवार के सारे सपने चूर-चूर हो गए. उन्होंने कभी इतनी गहरी सांस नहीं ली जितनी आखिरी बार ली. 


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एक बार फिर एक शहीद का मारा गया है- गरिमा अबरोल
गरिमा ने इंस्ट्राग्राम पर लिखी गई अपनी पोस्ट पर में सेना में इस्तेमाल किये जा रहे हथियारों और नौकरशाही के रवैये पर सवाल भी उठाया. गरिमा ने अपनी पोस्ट में लिखा कि 'हम अपने योद्धाओं को बेकार हो चुके हथियार लड़ने के लिए दे रहे हैं और वे अपनी दिलेरी और बहादुरी से इनके सहारे भी बेहतर परिणाम देते रहे हैं.' उन्होंने आगे लिखा कि 'एक बार फिर एक शहीद का मारा गया है. वह आसमान से धरती पर गिर पड़ा है. टेस्ट पायलट की ये नौकरी बड़ी निर्मम है. दूसरों को बचाने के लिए किसी और को जोखिम उठाना पड़ता है.'


 



 


नौकरशाही कर रही मौजमस्ती- शहीद का परिवार
वहीं, शहीद के दुखी परिवार ने कहा कि नौकरशाही मौज मस्ती करती है, जबकि वायु योद्धाओं को लड़ने के लिए पुरानी मशीनें दी जाती हैं. बता दें कि स्क्वाड्रन लीडर समीर अबरोल पिछले सप्ताह बेंगलुरू में हुए मिराज-2000 विमान दुर्घटना में जान गंवाने वाले दो पायलटों में शामिल थे. अबरोल और स्क्वाड्रन लीडर सिद्धार्थ नेगी ‘एयरक्राफ्ट एंड सिस्टम्स टेस्टिंग इस्टैब्लिशमेंट’ से थे. दोनों पायलट शुक्रवार को उस मिराज-2000 ट्रेनर की परीक्षण उड़ान पर थे जिसका हाल में हिंदुस्तान एयरोनाटिक्स लिमिटेड (एचएएल) द्वारा उन्नयन किया गया था.