सुल्तानपुर दौरे पर AIMIM चीफ असदुद्दीन ओवैसी, मुस्लिम वोटर्स पर फोकस के साथ कांग्रेस-सपा पर साधेंगे निशाना
एआईएमआईएम सुल्तानपुर की 5 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार ख..ड़े करेगी. लेकिन अगर गठबंधन की स्थिति आती है तो केवल सुल्तानपुर और इसौली दो ही सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे. वहीं, अकरम बेग का नाम तय सुल्तानपुर सीट से तय किया गया है.
सुल्तानपुर: UP विधानसभा चुनाव- 2022 से पहले AIMIM के चीफ असदुद्दीन ओवैसी सुल्तानपुर के दौरे पर हैं. पॉलिटिकल एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ओवैसी का फोकस सुल्तानपुर के साथ रायबरेली और अमेठी पर भी है. यह बात ध्यान रखने वाली है कि यह तीनों ही जिले कांग्रेस का गढ़ कहे जाते हैं. और यह भी कि तीनों जगहों की मुस्लिम आबादी करीब 43% है.
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तीन दिन के दौरे पर उत्तर प्रदेश आए ओवैसी पहले दिन अयोध्या गए थे और आज, दूसरे दिन सुल्तानपुर जा रहे हैं. इस दौरान वह कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेंगे. बताया जा रहा है कि आज ओवैसी सुल्तानपुर में लगभग 6 घंटे रुकने वाले हैं. 12 बजे से 6 बजे तक वे सुल्तानपुर में रहेंगे. आज ओवैसी अपने कार्यकर्ताओं से मिलेंगे और जनता को भी संबोधित करेंगे. माना जा रहा है कि आज यहां हजारों की तादाद में भीड़ उमड़ने वाली है.
सुल्तानपुर को मिल सकता है कैंडिडेट
जानकारी के मुताबिक, एआईएमआईएम सुल्तानपुर की 5 विधानसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार खड़े करेगी. लेकिन अगर गठबंधन की स्थिति आती है तो केवल सुल्तानपुर और इसौली दो ही सीटों पर प्रत्याशी उतारे जाएंगे. वहीं, अकरम बेग का नाम तय सुल्तानपुर सीट से तय किया गया है. बस फॉर्मेलिटी पूरी करनी बाकी है. इसके अलावा, इसौली से तीन लोगों ने आवेदन किया है. अभी उस सीट के प्रत्याशी के नाम पर मुहर लगनी बाकी है.
ओवैसी के यह Key Points
जानकारों का यह भी मानना है कि ओवौसी के इस दौरे से वह उनकी प्लानिंग के 3 पॉइंट्स पर काम होंगे. पहला तो यह कि वह कांग्रेस के गढ़ों में दौरा कर कांग्रेस पार्टी को चुनौती दे रहे हैं. उनका कहना रहा है कि मुस्लिम वोटों की बदौलत कांग्रेस यहां से कई बार जीती है, लेकिन उनके भले के लिए काम कोई नहीं किया.
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दूसरा, यह कि AIMIM यहां पर सपा के लिए मुश्किल खड़ी करना चाहती है. जानकारों का कहना है कि ओवैसी सबसे ज्यादा नुकसान सपा का कर सकते हैं. 2017 में भी सपा प्रत्याशियों ने यहां से जीत हासिल की थी, लेकिन अब ओवैसी इस चीज को बदल सकते हैं.
तीसरा यह कि ओवैसी इन तीनों जिलों की मुस्लिम आबादी पर फोकस करना चाहते हैं, जो इस दौरे से पूरा हो सकता है. इसी क्रम में वह संभल, बहराइच, मुरादाबाद और अन्य मुस्लिम बाहुल्य जिलों का दौरा कर चुके हैं.
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