मो. गुफरान/प्रयागराज: इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (Allahabad University Fee Hike Case) में फीस वृद्धि के खिलाफ छात्रों का आंदोलन लगातार तेज होता जा रहा है. छात्र-छात्राएं यूनियन भवन में आमरण अनशन पर बैठे हैं. छात्रों के आंदोलन को लेकर सियासी दलों ने भी समर्थन देना शुरू कर दिया है. बुधवार को नेशनल स्टूडेंट यूनियन ऑफ इंडिया (NSUI) के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने आमरण अनशन स्थल पर पहुंचकर छात्रों से मुलाकात की. छात्रों की इस लड़ाई को उन्होंने हर स्तर पर लड़ने की बात कही है. 


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छात्राओं ने कक्षाओं में जाकर फीस वृद्धि पर जताया विरोध 
एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीरज कुंदन ने कहा कि यह मनमाना रवैया है. जिसे किसी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए. अचानक चार गुना फीस बढ़ाकर छात्रों को शिक्षा से वंचित करने की यह साजिश है. एनएसयूआई इसके खिलाफ हर लड़ाई को लड़ेगी. विवि प्रशासन को फीस वृद्धि को हर हाल में वापस लेना होगा. आज छात्रों ने विश्विद्यालय के कई कक्षाओं में जाकर फीस वृद्धि पर विरोध जताया. 


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अनशन पर बैठे एक छात्र की तबियत बिगड़ी 
इलाहाबाद विश्वविद्यालय में पिछले 22 दिनों से छात्रों का फीस वृद्धि के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. निवर्तमान छात्रसंघ उपाध्यक्ष अखिलेश यादव और इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता अजय सम्राट की अगुवाई में कई छात्र आमरण अनशन पर बैठे हैं.  आज अजय बागी नाम के छात्र की तबियत भी खराब हो गई. जिसके बाद छात्र को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. अनशन स्थल पर छात्र की तबियत खराब होने से हड़कंप मचा हुआ है. वहीं छात्रों के आंदोलन को लेकर विश्विद्यालय प्रशासन पर कोई असर नहीं है. प्रशासन अपने फैसले पर अडिग है. 


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