Budget 2024: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने गुरुवार को अंतरिम बजट पेश किया. बजट से पहले जोरदार उछाल मारने वाला शेयर बाजार भाषण खत्म होते- होते लुढ़क गया. पिछले दो अंतरिम बजट के रिकॉर्ड को देखें तो सेंसेक्स की प्रतिक्रिया अलग-अलग रही. आइए इस लेख में जानते हैं कि मोदी सरकार के दौरान जो बजट पेश हुए उनमें शेयर मार्किट का हाल कैसा रहा.


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अप्रैल-मई में आम चुनाव कराए जाने हैं. जनता टैक्स के मोर्चे पर अधिक राहत की उम्मीदें लगाकर बैठी है. हालांकि, कॉरपोरेट घरानों को उम्मीद है कि 5 ट्रिलियन की इकोनॉमी का लक्ष्य हासिल करने के लिए वित्त मंत्रालय अपने प्रयास जारी रखेगा.  


मोदी सरकार के कार्यकाल में केवल साल 2016 में सेंसेक्स का संवेदी सूचकांक 30 हजार से नीचे आया था. 2017 के बाद हर साल बाजार में तेजी देखी गई.  बीते 7 साल में बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) का सेंसेक्स 34,137 से 63,588 तक का सफर तय किया. ये उछाल लगभग दोगुनी हो चुकी है.  दिसंबर 2023 में बाजार ने हाई यानी 70,146 का आंकड़ा भी छूआ. कई बार रिकॉर्ड उछाल के कारण सूचकांक इससे भी आगे चला गया.  (यह पूरे साल के औसत के आधार पर है)


पिछले बजट की झलकियां
बजट 2014
2014 में पहली बार पीएम मोदी की सरकार ने आम बजट पेश किया. तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 10 जुलाई को अपना पहला केंद्रीय बजट पेश किया. बजट के दिन निफ्टी में बिकवाली देखी गई. पीएम मोदी के कार्यकाल में पेश 9 बजट और शेयर बाजार से जुड़ा एक अहम तथ्य यह भी है कि 2017 के बाद सेंसेक्स कभी 30 हजार के नीचे नहीं (ये पूरे साल का औसत) आया. 


बजट 2015
2015 फरवरी में अरुण जेटली ने दूसरी बार बजट पेश किया.  इस साल बाजार बजट को लेकर सकारात्मक दिखा.। 0.7 फीसदी बढ़त के साथ सेंसेक्स बंद हुआ.  बजट पेश होने के बाद निफ्टी में बिकवाली देखी गई.  एक महीने में लगभग 4.6 फीसदी गिरावट रिकॉर्ड की गई.


बजट 2016
मोदी सरकार के कार्यकाल में लगातार तीसरे साल आया बजट बाजार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरा.  बजट के दिन बाजार 0.6 फीसदी की मामूली गिरावट के साथ बंद हुआ. निफ्टी में 10 फीसदी से ज्यादा मजबूत देखी गई.


बजट 2017
साल 2017 का यह बजट कई मायनों में ऐतिहासिक रहा. इस साल सरकार ने अलग से रेलवे बजट पेश करने की परंपरा खत्म की. केंद्रीय बजट इस साल से एक फरवरी को पेश होने लगा. वित्त मंत्री के बजट भाषण के दिन 2011-2020 के बीच सबसे बड़ी उछाल रही.


Budget Speech 2024: सीतारमण ने पढ़ा सबसे छोटा बजट, वित्त मंत्री ने अपना ही पुराना रिकॉर्ड तोड़ा