सरकारी शिक्षकों की तरह प्राइवेट टीचर्स को भी मिलेगी यह सुविधा, डिप्टी CM डॉ. दिनेश शर्मा ने की घोषणा
उन्होंने कहा कि वित्त विहीन विद्यालयों में फीस से होने वाली आय का 80 फीसदी हिस्सा शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को वेतन देने में व्यय किए जाने की व्यवस्था की गई है.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों को भी अब सरकारी शिक्षकों की तरह कुछ सुविधाएं मिलेंगी. यूपी के उपमुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने रविवार को शिक्षक दिवस के मौके पर इस संबंध में कई घोषणाएं की. लखनऊ के गोमती नगर स्थित सिटी मांटेसरी स्कूल के सभागार में आयोजित शिक्षक सम्मान समारोह में बोलते हुए दिनेश शर्मा ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सभी प्राइवेट स्कूलों के शिक्षकों को वेतन का भुगतान अब उनके बैंक अकाउंट में कराया जाएगा. प्राइवेट स्कूलों के मैनेजमेंट द्वारा शिक्षकों को कम वेतन दिए जाने की शिकायतों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है.
प्राइवेट टीचर्स को बैंक अकाउंट में मिलेगा वेतन
उपमुख्यमंत्री डॉ. शर्मा ने इस मौके पर राष्ट्रपति पुरस्कार प्राप्त करने वाले यूपी के दो शिक्षकों, वर्ष 2019 में राज्य अध्यापक पुरस्कार व मुख्यमंत्री अध्यापक पुरस्कार प्राप्त करने वाले 17 शिक्षकों तथा उत्कृष्ट शिक्षक के रूप में चयनित लखनऊ जिले के 75 शिक्षकों को सम्मानित किया. उन्होंने कहा कि वित्त विहीन विद्यालयों में फीस से होने वाली आय का 80 फीसदी हिस्सा शिक्षकों और अन्य कर्मचारियों को वेतन देने में व्यय किए जाने की व्यवस्था की गई है. अक्सर ऐसी शिकायतें मिलती हैं कि इन विद्यालयों के शिक्षकों को कम वेतन दिया जाता है और नियमित रूप से नहीं दिया जाता है.
अब अवकाश लेने के लिए करें ऑनलाइन आवेदन
उन्होंने कहा कि प्राइवेट टीचर्स के बैंक अकाउंट में वेतन भुगतान की व्यवस्था होने से इस समस्या का समाधान हो जाएगा. उन्होंने कहा कि कोरोना संक्रमण से मृत वित्त विहीन विद्यालयों के शिक्षकों के परिवारों को आर्थिक सहायता देने पर भी योगी सरकार विचार कर रही है. जल्द ही इस बारे में निर्णय लिया जाएगा. शिक्षा मंत्री ने कहा कि सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को पदोन्नति देने के निर्देश भी दे दिए गए हैं. साथ ही उनकी अवकाश लेने की प्रक्रिया को ऑनलाइन कर दिया गया है. शिक्षक अब अवकाश के लिए मानव संपदा पोर्टल के माध्यम से आवेदन करेंगे.
संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों के लिए भी खुशखबरी
उप मुख्यमंत्री ने कहा कि संस्कृत विद्यालयों के शिक्षकों को भी अब राजकीय व सहायता प्राप्त विद्यालयों के शिक्षकों की तरह सुविधाएं दी जाएंगी. संस्कृत विद्यालय शिक्षक के सेवाकाल में दिवंगत होने पर उसके आश्रित को नौकरी दी जाएगी. यह सुविधा पहले नहीं थी. संस्कृत विद्यालयों में शिक्षकों के रिक्त पद भी भरे जा रहे हैं. कोरोना काल में ऑनलाइन शिक्षण के लिए शिक्षकों की प्रशंसा करते हुए उन्होंने साढ़े चार में अपनी सरकार की उपलब्धियां भी गिनाईं. इससे पहले माध्यमिक शिक्षा राज्यमंत्री गुलाब देवी ने भी शिक्षकों को संबोधित किया. समारोह में आए शिक्षकों का स्वागत विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा शंभु कुमार ने किया.
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