नई दिल्ली: कांग्रेस के कद्दावर नेता जितिन प्रसाद बुधवार को भाजपा में शामिल हो गए. उन्होंने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल की मौजूदगी में पार्टी की सदस्यता ली. गौरतलब है कि बीजेपी सांसद और प्रवक्ता अनिल बलूनी ने इस संबंध में ट्वीट किया था. जिसमें उन्होंने लिखा कि आज कोई बड़ी हस्ती पार्टी में शामिल होने वाली है. 


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जितिन प्रसाद ने कहा कि जिस चुनौतियों और परिस्थितियों का देश इन दिनों सामना कर रहा है, उससे निपटने के लिए अगर कोई उपयुक्त दल है तो वह है भाजपा और कोई उपयुक्त नेता है तो वह हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कांग्रेस में मैं अपने लोगों की सेवा नहीं कर पा रहा था, मुझे उम्मीद है कि बीजेपी के माध्यम से मैं लोगों की सेवा कर सकूंगा.


दरअसल अगले साल यूपी में विधानसभा चुनाव होने हैं. और जितिन प्रसाद की गिनती यूपी के दिग्गज नेताओं में होती है. इसलिए उनका भाजपा में शामिल होना अहम हो जाता है. जितिन धौरहरा लोकसभा सीट से सांसद रह चुके हैं. साथ ही यूपीए सरकार में मंत्री भी बने थे. राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि यूपी में प्रियंका गांधी के आने के बाद से जितिन प्रसाद को साइड लाइन कर दिया गया था. 


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2004 में जीता था पहला चुनाव
जितिन प्रसाद पहली बार 2004 में शाहजहांपुर से लोकसभा चुनाव जीता था. दोबारा उन्होंने 2009 में धौरहरा सीट से चुनाव जीते और यूपीए और UPA-2 में मंत्री भी बने. हालांकि इसके बाद से लगातार तीन चुनाव में उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. 2014 में लोकसभा चुनाव हारे, जिसके बाद  2017 में तिलहर विधानसभा से चुनाव लड़ा लेकिन यह चुनाव भी नहीं हार गए.  वहीं 2019 में एक बार फिर धौरहरा से फिर लोकसभा चुनाव लड़े और हार का सामना करना पड़ा. 


आपको बता दें कि पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद उन 23 नेताओं में शामिल थे, जिन्होंने कांग्रेस के नेतृत्व में बदलाव और पार्टी को ज्यादा सजीव बनाने के लिए पत्र लिखा था. जिसका यूपी में कुछ नेताओं ने विरोध भी किया था.


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