Holi 2023: देशभर में होली के त्यौहार को लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं. हिंदू पंचांग के अनुसार, फाल्गुन माह की पूर्णिमा ति​थि के दिन होली का त्योहार होता है. इस साल पूर्णिमा तिथि 7 मार्च 2023 को है. इस दिन रात में होलिका दहन किया जाएगा. इसके बाद अगले दिन यानी 8 मार्च 2023 को रंग खेला जाएगा. होली का त्योहार बिना गुझिया के पूरा नहीं होता है. कई लोग महीने भर पहले ही मावा या खोवे का ऑर्डर दे देते हैं. त्योहारी सीजन में मिलावटी मावा भी आता है, जो आपकी सेहत के लिए बेहद खतरनाक होता है. ऐसे में आज हम आपको इस आर्टिकल में मिलावटी मावा और असली मावा की पहचान करने की ट्रिक बताएंगे तो आइये जानते हैं...


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इन ट्रिक्स से करें मिलावटी मावे की पहचान 
1. असली मावा चिपचिपा नहीं होता है. 
2. मावा या खोया को अपने अंगूठे के नाखूनों पर रगड़ें. अगर मावा शुद्ध है, तो इसमें देशी घी जैसी गंध होगी. साथ ही इसकी खुशबू लंबे समय तक रहेगी. 
3. दो ग्राम मावा को 5 मिली गर्म पानी में घोल लें. इसे ठंडा होने दें. इसके बाद आयोडीन सॉल्यूशन डालें. अगर मावे का रंग नीला हो जाए तो यह मिलावटी है.  
4. मावे में थोड़ी चीनी डालकर गरम करने पर अगर यह पानी छोड़ने लगे तो मावा मिलावटी है. 
5. आप मावा को चखकर भी पता लगा सकते हैं. अगर खोया असली है तो खाने पर कच्चे दूध जैसा होगा और मुंह में चिपकेगा नहीं. जबकि मिलावटी मावा मुंह में चिपकेगा. 
5. मिलावटी मावा को भूनने के लिए पानी में डालकर फेंटने से वह दानेदार टुकडों में अलग हो जाएगा. 
6. हथेली पर मावे की गोली बना लें. अगर गोली में दरार आने लगे या वह फटने लगे, तो समझ लें मावा मिलावटी है. 


सेहत के लिए नुकसानदेह 
मिलावटी मावे में घटिया किस्म का सॉलिड मिल्क मिलाया जाता है. इसमें एडकम पाउडर और हानिकारक पदार्थों की मिलावट भी होती है. ऐसे मावे से बनी मिठाइयों को खाने से किडनी और लिवर पर बुरा असर पड़ता है. इसके अलावा फूड पॉइजनिंग, अल्सर, पेट दर्द जैसी तमाम समस्याएं हो सकती हैं. 


ऐसा बनाया जाता है मिलावटी मावा
मिलावटी मावे में शकरकंद, सिंघाड़े का आटा, आलू और मैदे का इस्तेमाल किया जाता है. कई बार मावे का वजन बढ़ाने के लिए स्टार्च और आलू भी मिलाया जाता है. 


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