Mrinank Singh cheated Rishabh Pant: मृणांक सिंह का नाम पिछले कई दिनों से सुर्खियों में बना हुआ है. हर कोई जानना चाहता है कि कैसे मंहगी कारों का शौक, लड़कियों के साथ डेट, मौज मस्ती, फाइव स्टार होटल के कमरों में रहना, अपने दोस्तों में अपनी लग्जरी लाइफ का दिखावा करने की आदत एक क्रिकेटर को महाठग बना देती है. मृणांक ने छोटे से छोटे और बड़े से बड़े हर आदमी का ठगा है. मृंणाक सिंह ने भारतीय टीम के स्टार क्रिकेटर ऋषभ पंत को भी करोड़ों का चूना लगा चूके हैं. महाठग मृणांक आईजीआई एयरपोर्ट से हॉन्गकॉन्ग जाते हुए पुलिस के हत्थे चढ़ गया. 


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मृणांक सिंह ने पुलिस को जानकारी देते हुए बताया कि वह आईपीएल से लेकर रणजी खेल चुका है. पहले खिलाड़ी बनकर उसने शोहरत बटोरी फिर जुर्म की बदनामी के गहरे दलदल में उतर गया. वो नॉर्थ कैंपस से बीकॉम ग्रेजुएट है. उसने राजस्थान से MBA किया है. उसके खिलाफ जुहू, करनाल और मोहाली में भी क्रिमिनल केस दर्ज हैं. पूछताछ के दौरान उसने खुलासा किया कि उसने खुद को मुंबई इंडियन टीम का क्रिकेटर बताकर कई लग्जरी रिसॉर्ट्स/होटलों से लाखों रुपये की ठगी की है. उसके मोबाइल फोन के आगे के विश्लेषण से पता चला कि उसकी धोखाधड़ी और प्रतिरूपण के कई शिकार हुए हैं. ऐसे तमाम कांड कर चुका मृगांक जब 25 दिसंबर को हांगकांग की फ्लाइट पकड़ने जा रहा था उसी दौरान उसे IGI एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया गया, हालांकि तब भी उसने पुलिस को चकमा देने की कोशिश की थी लेकिन वो कामयाब नहीं हुआ.


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कई शहरों में वारदात
मृणांक सिंह लोगों से कैश ऐंठ लेता था. लक्जरी वस्तुओं की ठगी करना उसके बाएं हाथ का खेल था. पिछले साल मई 2022 में आरोपी ने जाने-माने क्रिकेटर ऋषभ पंत के साथ एक करोड़ से ज्यादा की धोखाधड़ी कर डाली. इसके अलावा उसने कई मॉडल्स, कई होटलों, और कई अन्य लोगों से पैसे ठग लिए. एक के बाद एक ठगी और जालसाजी की ताबड़तोड़ वारदातों को अंजाम देने के बावजूद वो लगातार कानून की आखों में धूल झोंक रहा था. अब दिल्ली पुलिस ने उसे ताज पैलेस से लाखों रुपये की धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया है. जुलाई 2022 में होटल ताज पैलेस के मैनेजर ने चाणक्यपुरी पुलिस स्टेशन को दी अपनी शिकायत में बताया था कि मृणांक सिंह पिछले साल जुलाई में एक हफ्ते के लिए होटल में रुका था और 5,53,362 रुपये का अपना बिल चुकाए बिना चला गया था. जब बिल का भुगतान करने के लिए कहा गया, तो मृणांक ने कहा कि एडिडास उसके रुकने को स्पांसर कर रहा है ये पेमेंट तो वही करेगा. आगे उसने अपने ड्राइवर के हाथों चेक भेजने को कहा लेकिन फिर मुकर गया.


उसी दौरान उसने 2,00,000/- रुपये के ऑनलाइन लेनदेन का यूटीआर नंबर: SBIN119226420797 साझा किया, जो संदिग्ध पाया गया. इसके बाद भुगतान के लिए मृणांक सिंह और उनके मैनेजर गगन सिंह से उनके मोबाइल पर संपर्क किया गया. लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ. बकाया भुगतान के लिए उनसे कई बार संपर्क किया गया लेकिन हर बार, उन्होंने झूठे बयान और वादे किए और हमेशा गलत जानकारी दी. इसलिए, उसके खिलाफ FIR संख्या 207/2022, U/S 420 IPC के तहत चाणक्य पुरी थाने में केस दर्ज हुआ. जांच के दौरान उसे CRPC की धारा 41A के तहत नोटिस दिया गया. फिलहाल गिरफ्तारी के बाद उसे कोर्ट में पेश कर 2 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है. मामले की जांच अभी जारी है.