Amogh Lila Das On Swami Vivekananda: इस्कॉन मंदिर से जुड़े संत अमोघ लीला दास इन दिनों विवादों से घिर गए हैं. स्वामी विवेकानंद और रामकृष्ण परमहंस पर कथित रूप से दिए आपत्तिजनक टिप्पणी के लिए इस्कॉन ने अपने संत (मॉन्क) प्रभु अमोघ लीला दास को बैन कर दिया है. मंगलवार 11 जुलाई 2023 को इंटरनेशनल सोसायटी फॉर कृष्णा कॉन्शियसनेस (इस्कॉन) ने उनको 1 महीने के लिए बैन करने का बयान जारी किया है. 


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खबर विस्तार से
दरअसल अमोघ लीला दास ने अपने प्रवचन के दौरान विवेकानंद के मंछली खाने को लेकर सवाल उठाया था. उन्होंने कहा था कि एक नेक आदमी कभी भी ऐसी किसी भी चीज का सेवन नहीं करेगा, जो किसी जानवर को दर्द पहुंचाती हो. वो आगे कहते हैं- क्या कोई सदाचारी व्यक्ति कभी मछली खाएगा? मछली को भी दर्द होता है. तो फिर क्या कोई धर्मात्मा व्यक्ति मछली खाएगा? 


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इस्कॉन ने किया बैन
स्वामी विवेकानंद और उनके गुरु रामकृष्ण परमहंस पर दिया विवादित बयान सोशल मीडिया पर लोगों के द्वारा दमकर वायरल किया जा रहा है. लोग संत की इस टिप्पणी से हैरान हैं. लोगों ने इस्कॉन को संत पर एक्शन लेने को कहा, इस्कॉन ने लोगों की इस प्रतिक्रिया पर तुरंत कार्रवाई करते हुए बयान जारी किया कि- अमोघ लीला दास के आपत्तिजनक और अस्वीकार्य बयान को लेकर इस्कॉन को पीड़ा है. यह दर्शाता है कि दोनों महापुरूषों की महान शिक्षा के बारे में उनकी समझ कितनी कम है. इस्कॉन उनको 1 महीने के लिए बैन करता है.


अमोघ लीला दास ने मांगी माफी
अमोघ लीला दास ने अपने बयान पर तुरंत क्षमा भी मांग ली है और वह प्रायश्चित करने के लिए 1 महीने का समय गोवर्धन की पहाड़ी पर बिताएंगे. वो खुद को सार्वजनिक जीवन से पूरी तरह से दूर रखेंगे. 


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