अजीत सिंह/जौनपुर: उत्तर प्रदेस के जौनपुर में केराकत थाना क्षेत्र के सरोजा बड़ेउर घाट पर मछली पकड़ने के लिए फेंके गए जाल में मल्लाह को एक मूर्ति मिली. इस मूर्ति की खासियत देख लोग हैरान रह गए. यह कयास लगाया जा रहा है कि मूर्ति अष्टधातु की है. फिर क्या था... सूचना मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए इकट्ठा हो गए. इसके बाद, शुक्रवार देर शाम जाल में मूर्ति फंसने की सूचना पुलिस को लगी और फिर शनिवार की सुबह पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया.


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अब गांव में बनवाना चाहते हैं दुर्गा मंदिर 
मल्लाह गोपाल ने बताया कि वह कि रोजाना की तरह मछली पकड़ने के लिए गए थे. इस बार भी उन्होंने अपना जाल नदी में फेंका, लेकिन जब वह जाल वापस खींच रहे थे तो उसका वजह भारी लग रहा था. जब गोपाल ने जाल खोलकर देखा तो उसमें एक मूर्ति रखी थी. जब मूर्ति को साफ कर देखा गया तो वह मां दुर्गा की अष्टधातु मूर्ति की तरह प्रतीत हो रही थी. उनका कहना है कि वह अपने गांव में मूर्ति की स्थापना करना चाहते हैं और मंदिर बनवाना चाहते हैं.


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पुलिस ने कब्जे में ली अष्टधातु की मूर्ति
वहीं, गांव के जय सिंह यादव का कहना है कि यह मूर्ति मल्लाह गोपाल के जाल में फंसी थी. उन्होंने कहा कि सरोज बड़ेउर और महादेव घाट के बीच पूरब की तरफ यह मूर्ति मिली है. हालांकि, शनिवार की सुबह पुलिस ने मूर्ति को अपने कब्जे में ले लिया है. इस दौरान बड़ी संख्या में ग्रामीण मूर्ति दर्शन के लिए वहां मौजूद थे.


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