Ear Piercing: नाक कान छिदवाना और उनको गहनों से सजाना एक पुराना फैशन रहा है. लड़कियों के लिए तो ये फैशन करने का एक खास जरिया है लेकिन नए जमाने में भी पुरुष कान छिदवाने के फैशन की ओर लौट रहे हैं. आज के वक्त में तो ये ट्रेंड खूब है कि शरीर के अलग अलग हिस्सों में पियर्सिंग कराई जाए. फैशन साथ साथ सेहत का भी ध्यान रखना चाहिए, ऐसे में आइए जानते हैं कि नाक-कान छिदवाते समया और उसके बाद किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए. 


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

रखें ये खास सावधानियां
कान छिदवाने के बाद कान में चांदी या सोने की तार ही पहनें.
कान छिदवाने के बाद कुछ देसी उपाय कर जल्द से जल्द इसे ठीक कर सकते हैं.
कान में हल्दी व नारियल के तेल का पेस्ट लगाए ताकि इंफेक्शन न हो. 


कान छिदवाने के बाद बार बार न छूएं, न खींचें. 
कान छिदवाने के कुछ समय तक हैवी या फिर आर्टीफिशियली ज्वैलरी कतई न पहने.
कानों को छूने से पहले जरूर हाथों धोएं. कानों में लगी बाली या टॉप को धीरे धीरे और दिन बीतने के साथ ही  घुमाने की कोशिश करें
कान छिदवाने के 6 सप्ताहबाद ही स्‍विमिंग से बचें, छेद में संक्रमण फैलने का डर बढ़ता है.
नहाते या कपड़े बदलते वक्त कानों का विशेष ध्यान रखें. कपड़े या तौलिये में कान में लगी बाली न फंसे, तौलिया सूखा और साफ हो. 


कान-नाक छिदवाने के फायदे(Important healthy benefits of ear-nose piercing)
कान-नाक छिदवाने से सुनने की शक्ति बढ़ती है,
कान-नाक छिदवाने से आंखों की रोशनी बढ़ती है.
कान-नाक छिदवाने से तनाव भी कम होता है.
कान-नाक छिदवाने से लकवा का खतरा बहुत कम हो जाता है. 
कान-नाक छिदवाने से उम्र लम्बी होती है.
कान-नाक छिदवाने से दिमाग में ब्लड सर्कुलेशन तेज होता है और इससे दिमाग तेजी से काम करता है.


और पढ़ें- Numerology Mulank 1: अगर आप भी हैं मूलांक 1 वाले जातक को ऐसा है आपका व्यक्तित्व-स्वभाव, जानिए कैसा रहेगा साल 2024