Mangalwar Ke Upay: आज 6 जून दिन मंगलवार है. हिंदू धर्म में मंगलवार का दिन राम भक्त हनुमान को समर्पित है. हनुमानजी को महावीर, बजरंगबली, मारुती, पवनपुत्र, अंजनीपुत्र तथा केसरीनन्दन के नाम से भी जाना जाता है. बजरंगबली को भगवान शिव का 11वां रूद्र अवतार माना जाता है. मान्यता है कि मंगलवार को बजरंगबली की पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. संकटमोचन अपने भक्तों के सारे कष्ट हर लेते हैं. हनुमान जी की पूजा में संकट मोचन हनुमान अष्टक का नियमित पाठ करना चाहिए. ऐसा करने से भक्तों पर आए गंभीर संकट का निवारण हो जाता है. साथ ही आज के दिन कुछ उपाय करने से आपको जरूर लाभ मिलेगा. 


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॥ हनुमानाष्टक ॥
बाल समय रवि भक्षी लियो तब,
तीनहुं लोक भयो अंधियारों ।
ताहि सों त्रास भयो जग को,
यह संकट काहु सों जात न टारो ।
देवन आनि करी बिनती तब,
छाड़ी दियो रवि कष्ट निवारो ।
को नहीं जानत है जग में कपि,
संकटमोचन नाम तिहारो ॥ १ ॥


बालि की त्रास कपीस बसैं गिरि,
जात महाप्रभु पंथ निहारो ।
चौंकि महामुनि साप दियो तब,
चाहिए कौन बिचार बिचारो ।
कैद्विज रूप लिवाय महाप्रभु,
सो तुम दास के सोक निवारो ॥ २ ॥


अंगद के संग लेन गए सिय,
खोज कपीस यह बैन उचारो ।
जीवत ना बचिहौ हम सो जु,
बिना सुधि लाये इहाँ पगु धारो ।
हेरी थके तट सिन्धु सबै तब,
लाए सिया-सुधि प्राण उबारो ॥ ३ ॥


रावण त्रास दई सिय को सब,
राक्षसी सों कही सोक निवारो ।
ताहि समय हनुमान महाप्रभु,
जाए महा रजनीचर मारो ।
चाहत सीय असोक सों आगि सु,
दै प्रभुमुद्रिका सोक निवारो ॥ ४ ॥


बान लग्यो उर लछिमन के तब,
प्राण तजे सुत रावन मारो ।
लै गृह बैद्य सुषेन समेत,
तबै गिरि द्रोण सु बीर उपारो ।
आनि सजीवन हाथ दई तब,
लछिमन के तुम प्रान उबारो ॥ ५ ॥


रावन युद्ध अजान कियो तब,
नाग कि फाँस सबै सिर डारो ।
श्रीरघुनाथ समेत सबै दल,
मोह भयो यह संकट भारो I
आनि खगेस तबै हनुमान जु,
बंधन काटि सुत्रास निवारो ॥ ६ ॥


बंधु समेत जबै अहिरावन,
लै रघुनाथ पताल सिधारो ।
देबिहिं पूजि भलि विधि सों बलि,
देउ सबै मिलि मन्त्र विचारो ।
जाय सहाय भयो तब ही,
अहिरावन सैन्य समेत संहारो ॥ ७ ॥


काज किये बड़ देवन के तुम,
बीर महाप्रभु देखि बिचारो ।
कौन सो संकट मोर गरीब को,
जो तुमसे नहिं जात है टारो ।
बेगि हरो हनुमान महाप्रभु,
जो कछु संकट होय हमारो ॥ ८ ॥


॥ दोहा ॥
लाल देह लाली लसे,
अरु धरि लाल लंगूर ।
वज्र देह दानव दलन,
जय जय जय कपि सूर ॥


ऐसे करें हनुमानष्टक का पाठ
सबसे पहले एक लाल कपड़ा बिछा कर उसपर श्री हनुमानजी एवं श्री राम जी की तस्वीर या मूर्ति रखें. 
तस्वीर के आगे घी का दिया जलायें. एक तांबे के लोटे में पानी भर कर रखें. 
उसके बाद पूरे मन से श्री हनुमानष्टक का पाठ करें. 
पाठ पूरा होने पर उस पानी को पी लें. साथ ही जिस किसी के लिए भी पाठ किया जा रहा हो उसे पीला दें. 
मान्यता है कि ऐसा करने से शीघ्र ही सारे कष्ट मिट जाएंगे. 


मंगलवार को करें ये उपाय 
1. शाम को मंदिर जाकर हनुमान जी के सामने सरसों के तेल का दीपक जलाएं. दीपक में काली उड़द के कुछ दाने भी डालें. इस उपाय से सभी बिगड़े हुए काम बन जाते हैं. 
2. घर से बाहर निकलने से पहले "ॐ क्रां क्रीं क्रौं स: भौमाय नम:" मंत्र का जाप या हनुमान चालीसा पढ़ें. ऐसा करने से आप जिस काम के लिए जा रहे होंगे, वो जरूर पूरा होगा. 
3. मंगलवार के दिन लाल कपड़ा पहनें. ऐसा ना कर पाने की स्थिति में अपने पर्स में लाल कपड़ा जरूर साथ रखें. इससे आपका पूरा दिन शुभ गुजरेगा. 
4. कष्ट निवारण के लिए पीपल के 11 पत्तों को साफ पानी से धो लें. इसके बाद इन पर चंदन या कुमकुम से श्रीराम नाम लिखें. इसके बाद पत्तों की माला बनाकर हनुमान जी को चढ़ा दें. इससे बजरंगबली प्रसन्न होते हैं. 
5. मंगलवार के दिन हनुमान जी को बूंदी के लड्डू का भोग लगाने से भी सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं.


डिस्क्लेमर: यहां पर दी गईं सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. यहां यह बताना जरूरी है कि  Zee Upuk किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है. यह पाठ्य सामग्री आम धारणाओं और इंटरनेट पर मौजूद सामग्री के आधार पर लिखी गई है.किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें.


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