New Delhi: केंद्र सरकार की एजेंसी नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) ने  2022 के आंकड़े जारी कर दिए हैं. इन आंकड़ों के मुताबिक, महिलाओं से अपराध के मामले में राजस्थान में पहले नंबर पर है. रिपोर्ट के अनुसार, 2022 में महिला अपराध से जुड़े 4.45, 256 केस दर्ज किए गए. जो 2021 में 4,28, 278 थे, यानी चार फीसदी की वृद्धि इसमें दर्ज की गई है. इसमें सबसे ज्यादा मामले घरेलू हिंसा और उसके बाद अपहरण, छेड़छाड़ और करीब सात फीसदी दुष्कर्म के हैं. 


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अगर सिर्फ दुष्कर्म के मामलों की ही बात करें तो 2022 में कुल 31,516 केस देश में दर्ज किए गए. इनमें से 5399 राजस्थान, उत्तर प्रदेश में 3690, मध्य प्रदेश में 3029, महाराष्ट्र में 2904 और हरियाणा में 1787 में रेप केस दर्ज किए गए हैं.


भारत में 2022 में हत्या के मामलों में कुल 28,522 मामले दर्ज किए गए. इसका मतलब है कि रोजाना 78 मामले या प्रति घंटे तीन से अधिक मामले दर्ज किए जाते हैं. एनसीआरबी ने जानकारी देते हुए बताया कि साल 2021 में 29,272 और साल 2020 में 29,193 मामले दर्ज किए गए थे. 


उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए इतने मामले
NCRB की ओर से जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार, 2022 में हत्या के मामले यूपी में सबसे ज्यादा रहे. यूपी में सबसे अधिक प्राथमिकी दर्ज की गई. महिला अपराध के मामलों में 3,491 मामले दर्ज किए गए. यूपी के बाद बिहार में 2930, महाराष्ट्र 2295, मध्यप्रदेश 1978 और राजस्थान में 1834 में प्राथमिकी दर्ज की गई. देशभर में हत्या के कुल मामलों में से इन शीर्ष राज्यों में 43.92 प्रतिशत मामले दर्ज किए गए. 


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NCRB के अनुसार
एनसीआरबी के आंकड़ों के मुताबिक, भारतीय दंड संहिता के तहत महिलाओं के खिलाफ ज्यादातर अपराध पति या उसके रिश्तेदारों द्वारा क्रूरता (31.4 प्रतिशत) के थे, इसके बाद महिलाओं का अपहरण (19.2 प्रतिशत), महिलाओं पर उनकी नम्रता को भंग करने के इरादे से हमला (18.7 प्रतिशत) और दुष्कर्म (7.1 प्रतिशत) के मामले शामिल हैं. देश में दिल्ली में महिलाओं के खिलाफ कई किए अपराध सबसे अधिक हैं. 2022 में 14,247 मामले दर्ज किए गए. मामलों के हिसाब से अपराध की उच्चतम दर 144.4 दर्ज की गई, जो देश की औसत दर 66.4 से काफी अधिक है. आधिकारिक आंकड़ों से पता चलता है कि दिल्ली में ऐसे मामले 2021 में 14,277 और 2020 में 10,093 थे. 


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