मो.गुफरान/प्रयागराज: माफिया अतीक के करीबी नफीस बिरयानी की मौत मामले से जुड़ी बड़ी खबर सामने आई है. नफीस की मौत की मजिस्ट्रियल जांच होगी. इसके लिए जेल प्रशासन, शासन को रिपोर्ट भेजेगा. इसके साथ ही संबंधित कोर्ट और डीएम प्रयागराज नवनीत सिंह चहल को भी रिपोर्ट भेजी जाएगी. नफीस बिरयानी माफिया अतीक अहमद और अशरफ का फाइनेंसर था. 


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नैनी जेल में बिगड़ी थी तबीयत 
17 दिसंबर को नैनी जेल में बंद नफीस बिरयानी की तबीयत बिगड़ी थी. उसे इलाज के लिए स्वरूप रानी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था. 18 दिसंबर की रात में इलाज के दौरान हार्ट अटैक से उसकी मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को नफीस बिरयानी का शव सौंप दिया गया था. जिसके बाद उसे काला डांडा के कब्रिस्तान में सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया. 


उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था नफीस 
गौरतलब है कि नफीस बिरयानी उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी था. 24 फरवरी 2023 को उमेश पाल और दो सरकारी गनर हत्याकांड में उसकी क्रेटा कार से ही शूटर वारदात को अंजाम देने पहुंचे थे. उमेश पाल हत्याकांड के बाद से वह फरार चल रहा था. 22 नवंबर को  पुलिस ने प्रतापगढ़ और प्रयागराज बार्डर पर मुठभेड़ के बाद उसे गिरफ्तार किया था. पुलिस ने उस पर 50 हजार का इनाम भी घोषित किया था. 


अशरफ का था खास दोस्‍त 
अतीक के भाई अशरफ और नफीस की बचपन की दोस्‍ती है थी. दोनों मजीदिया इस्लामिया इंटर कॉलेज में साथ पढ़े थे. यही वजह थी कि अशरफ उस पर खास मेहरबान रहता था. सिविल लाइंस में एमजी मार्ग पर ईट ऑन बिरयानी रेस्टोरेंट खोलने के दौरान अशरफ के ही कहने पर अतीक ने अपने कब्जे वाली नवाब यूसुफ रोड स्थित बेशकीमती जमीन नफीस को कारखाना खोलने के लिए दी थी. 


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