अयोध्या में भव्य राम मंदिर पूरा, अब विराट रामायण मंदिर बनाएगी देश की ये दिग्गज कंपनी
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने के बाद अब टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड विराट रामायण मन्दिर के निर्माण कार्य में जुट जाएगी. महावीर मन्दिर के साथ टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड का करार बुधवार को पटना में हुआ है.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य पूरा करने के बाद अब टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड विराट रामायण मन्दिर के निर्माण कार्य में जुट जाएगी. महावीर मन्दिर के साथ टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड का करार बुधवार को पटना में हुआ है. महावीर मन्दिर द्वारा बिहार के पूर्वी चंपारण में निर्माणाधीन विराट रामायण मन्दिर का सुपरविजन भी टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड को सौप दिया गया है. यह कंपनी विराट रामायण मन्दिर की गुणवत्ता समयबद्धता, तकनीक आदि सभी पहलुओं का सुपरविजन करने की जिम्मेदारी सौंपी गई है.
टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड
इस मंदिर में विवाह भवन, कैंटीन, धर्मशाला आदि के डिजाइन से लेकर निर्माण तक पूरा काम टाटा कंसल्टिंग इंजीनियर्स लिमिटेड ही देख रही है. साथ ही साथ कंपनी विराट रामायण मंदिर के मैकेनिकल, इलेक्ट्रिकल, प्लंबिंग, लैंड स्केपिंग तक पूरे काम की डिजाईनिंग कर अपनी देखरेख में काम कराएगी. बिहार के पूर्वी चंपारण में बन रहे विराट रामायण मन्दिर के निर्माण कार्य में किसी भी तरह की कोई परेशानी न हो इसका भी ख्याल कंपनी को ही रखना पड़ेगा.
2025 तक विराट मन्दिर बनकर तैयार
आपको बता दें कि वर्ष 2025 तक विराट मन्दिर बनकर तैयार हो जाएगा. यह विश्व का सबसे बड़ा मन्दिर हैं. अयोध्या से जनकपुर तक बन रहे राम-जानकी मार्ग पर स्थित विराट् रामायण मन्दिर 140 एकड़ क्षेत्रफल में फैला है. मुख्य मंदिर की बात करें तो 1080 फीट लंबा, 540 फीट चौड़ा और 270 फीट ऊंचा है. मंदिर में 33 फीट ऊंचा और 33 फीट गोलाकार शिवलिंग भी स्थापित होगा. विश्व का यह सबसे बड़ा शिवलिंग होगा जिसमें एक हजार छोटे शिवलिंग भी होंगे. इसे सहस्रलिंगम के रूप में जाना जाता है. भारत में आठवीं सदी तक सहस्रलिंगम के प्रमाण हैं.
200 मीट्रिक टन होगा वजन
विराट रामायण मन्दिर के सहस्रलिंगम का वजन 200 मीट्रिक टन होगा. तमिलनाडु के महाबलिपुरम में ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की चट्टान को तराशकर विशालतम शिवलिंग का निर्माण किया जा रहा है. विराट रामायण मन्दिर में कुल 22 देवालय होंगे. मन्दिर में कुल 12 शिखर हैं, जिनमें दूसरा बड़ा शिखर 198 फीट का है. इसके अलावा 180 फीट के 4, 135 फीट का 1 और 108 फीट के 4 शिखर होंगे. इसी साल 20 जून को विराट रामायण मन्दिर के पाइलिंग का काम शुरू हुआ है. अगले साल मार्च तक मन्दिर के सभी 3102 पाईल पूरे हो जाएंगे. विदेशों से आयातित बड़ी-बड़ी अत्याधुनिक मशीनों से मंदिर की नीव भरने का काम किया जा रहा है.