Republic Day 2024: पहली बार शंख नगाड़े से गणतंत्र दिवस परेड का शंखनाद, पीएम मोदी ने दी शहीदों को श्रद्धांजलि
Republic Day 2024: 26 जनवरी के दिन देश का संविधान लागू हुआ था, इसलिए इस दिन को गणतंत्र दिवस के तौर पर मनाया जाता है. 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर पीएम नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को बधाई दी है,
Gantantra Diwas 2024: आज पूरा भारत अपना 75 वां गणतंत्र दिवस (Republic Day 2024) मना रहा है. 75वें गणतंत्र दिवस के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशवासियों को शुभकामनाएं दी हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस मौके पर ट्विटस (एक्स) पर पोस्ट करते हुए लिखा, 'देश के अपने समस्त परिवारजनों को गणतंत्र दिवस की बहुत-बहुत शुभकामनाएं. जय हिंद.' दिल्ली के कर्तव्य पथ पर आयोजित मुख्य समारोह में परेड को लेकर खास तैयारी की गई है. दिल्ली छावनी में तब्दील हो गई है और चप्पे-चप्पे पर नजर रखी जा रही है.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस में मुख्य अतिथि
मालूम हो कि 26 जनवरी 1950 को पहली बार हमारा संविधान लागू हुआ था, जिसको बनने में 2 साल, 11 महीने और 18 दिन का समय लगा था. इस बार फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि हैं.
शंख नगाड़े की ध्वनि से होगी शुरुआत
इस मौके पर दिल्ली के कर्तव्यपथ पर करीब 90 मिनट का खास कार्यक्रम होगा. इस बार ये समारोह कई मायनों में खास माना जा रहा है. परेड की शुरुआत मिलिट्री बैंड की बजाय शंख नगाड़े की ध्वनि से हुई. परेड महिला केंद्रित होगी, जिसकी शुरुआत 100 महिला कलाकारों ने भारतीय वाद्ययंत्रों के साथ किया.
संघ प्रमुख मोहन भागवत ने RSS मुख्यालय में फहराया तिरंगा
राष्ट्रीय स्वंयसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने 75वें गणतंत्रता दिवस के मौके पर नागपुर स्थित RSS मुख्यालय पर तिरंगा झंडा फहराया.
कौन फहराएगा झंडा
देश भर में कई लोग इस बात को लेकर हमेशा संशय में रहते हैं कि इस खास दिन पर झंडा कौन फहराएगा. हम साफ कर देते हैं कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी गणतंत्र दिवस 2024 पर राष्ट्रीय ध्वज नहीं फहराएंगे. यह कार्य राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू करेंगी. ऐसा इसलिए क्योंकि स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधानमंत्री लाल किले पर झंडा फहराते हैं. गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रपति झंडा फहराती हैं. लाल किले पर प्रधानमंत्री के ध्वजारोहण के बाद राष्ट्रीय संबोधन होता है. इसके विपरीत, गणतंत्र दिवस पर कर्तव्य पथ पर राष्ट्रपति का ध्वजारोहण एक भव्य परेड शुरू करने का इशारा होता है.