सीमा हैदर के बाद अब प्यार के लिए सात समंदर पार से भारत आई रशियन गर्ल
Ajab Gajab : प्यार की कोई भाषा नहीं होती, कोई सरहद नहीं होती और प्यार कोई मजहब नहीं देखता. प्यार तो बस हो जाता है. तभी तो सीमा हैदर पाकिस्तान से सरहद पारकर भारत आ गई. ऐसे ही प्यार की और अनोखी दास्तान देखने को मिली है.
Seema Haider : कहते हैं प्यार की कोई भाषा नहीं होती, कोई सरहद नहीं होती और प्यार कोई मजहब नहीं देखता. प्यार तो बस हो जाता है. तभी तो सीमा हैदर पाकिस्तान से सरहद पारकर भारत आ गई. ऐसे ही प्यार की और अनोखी दास्तान देखने को मिली है. बीकानेर में सात समंदर पार से आई विदेशी महिला ने हिंदुस्तानी रीति रिवाज से शादी की बल्कि प्यार की एक ऐसी कहानी लिख दी जो अपने आपमें अनोखी है.
मॉस्को से बीकानेर पहुंची दुल्हन
विदेशियों को अपनी ओर खींच रहा हिन्दू सनातन परंपरा, यहां की संस्कृति, खानपान, वैभव, कला और पहनावे को साकार करती हुई तस्वीर आई है बीकानेर के इस्कॉन सेंटर से, जहां रशिया के मॉस्को शहर की रहने वाली कसिनिया ने बीकानेर के रहने वाले मयंक से शादी कर एक अनूठी प्रेम कहानी लिख डाली है. एक ऐसी कहानी जिसने दुनिया में भारत की विशालता को सबके सामने रखा है.
सभी रस्में पूरी की गईं
हिन्दू रीति रिवाज के वे तमाम पहलूओं को इस शादी समारोह में किया गया, चाहे वह मेहंदी की रश्म हो या कन्यादान हो, मयंक और कसिनिया ने इन सबका पूरी तरह से ख्याल रखा तो वहीं कसिनिया ने भी हिन्दू धर्म अपनाते हुए मंत्रोंचार से शादी के बंधन में बंध गईं. बीकानेर के इस्कॉन सेंटर में पूरा मंडप सजाया गया. सात समंदर पार से आई कसिनिया ने मयंक के साथ सात फेरे भी लिए. वकील मनीष गौड़ और सुहानी शर्मा ने कन्यादान किया.
इसी साल हुई थी मुलाकात
इसी साल दोनों की मुलाकात बेंगलुरु में आर्ट ऑफ लविंग के कैंप में हुई, जहां एक दूसरे को प्यार हो गया फिर जुलाई में दोनों ने रसिया के मॉस्को में सगाई की और अब भारत में हिन्दू धर्म अपनाते हुए रीति रिवाज से शादी के बंधन में बंध गए.
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