Sharda Sinha chhath puja song: `केलवा के पात पर उग ये सूरज देव`, शारदा सिन्हा के वो छठ गीत जो हमेशा जुबां पर रहेंगे
Sharda Sinha Top chhath puja song: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को निधन हो गया, एम्स में उनका इलाज चल रहा था. शारदा सिन्हा ने भले दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन उनके गीत हमेशा लोगों की जुबां पर छाए रहेंगे.
Sharda Sinha chhath puja song: प्रसिद्ध लोक गायिका शारदा सिन्हा का मंगलवार को निधन हो गया. पद्म भूषण से सम्मानित 72 वर्षीय शारदा सिन्हा मैथिली और भोजपुरी गानों के लिए जानी जाती हैं.उनके चर्चित गानों में 'विवाह गीत' और 'छठ गीत' शामिल हैं. संगीत में उनके योगदान के लिए उन्हें पद्म श्री और पद्म विभूषण से भी सम्मानित किया गया है. शारदा सिन्हा ने भले दुनिया को अलविदा कह दिया हो लेकिन उनके गीत हमेशा लोगों की जुबां पर छाए रहेंगे.
केलवा के पात पर उग ये सूरज देव
शारदा सिन्हा का छठ गीत 'केलवा के पात पर उग ये सूरज देव'टी सीरीज भक्ति सागर के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर देखा और सुना जा सकता है. पारंपरिक गीतों में शामिल इस गाने को 75 मिलियन से ज्यादा बार देखा जा चुका है.
पहिले पहिल हम कईनी छठी मईया
शारदा सिन्हा का यह छठ गीत छठ गीतों में सबसे ज्यादा सुना जाता है. 8 साल पहले रिलीज हुआ यह गाना आज भी खूब देखा जाता है. वर्ल्डवाइड रिकॉर्ड्स यूट्यूब चैनल पर रिलीज इस गाने को अब तक 57 मिलियन से ज्यादा लोग सुन चुके हैं.
हे छठी मईया
शारदा सिन्हा का एक और गीत हे छठी मईया भी खूब पॉपुलर है. टी सीरीज भक्ति सागर के ऑफिशियल यूट्यूब चैनल पर रिलीज इस छठ गीत को अब तक 19 मिलियन से ज्यादा बार देखा-सुना जा चुका है.
उठऊ सूरज देव भईले बिहान
इस गीत को भी शारदा सिन्हा ने आवाज दी है. गीत में सुबह जल्दी दर्शन देने के लिए सूरज देव से गुहार लगाती दिखाई दे रही हैं. यह गीत भी छठ के पॉपुलर गीतों में से एक है.
"दुखवा मिटाईं छठी मैया, रउए आसरा हमार"
वहीं, जब वह एम्स में भर्ती थीं तो उनका नया छठ गीत "दुखवा मिटाईं छठी मैया, रउए आसरा हमार" का वीडियो अपलोड किया गया था. सिन्हा के बेटे अंशुमान ने एक्स पर पोस्ट कर इस छठ गीत का वीडियो जारी किया था.
सीएम योगी ने जताया दुख
सीएम योगी ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, "प्रख्यात लोक गायिका, पद्म भूषण डॉ. शारदा सिन्हा जी का निधन अत्यंत दुःखद व संपूर्ण संगीत जगत के लिए अपूरणीय क्षति है। उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उन्होंने अपने उत्कृष्ट पारंपरिक गायन के माध्यम से मैथिली, भोजपुरी सहित अनेक लोक भाषाओं और लोक संस्कृति की सेवा की तथा राष्ट्रीय पटल पर उन्हें सम्मान दिलाया। प्रभु श्री राम से प्रार्थना है कि दिवंगत पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान तथा उनके शोकाकुल परिजनों एवं प्रशंसकों को यह अथाह दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। ॐ शांति!"
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