Airconditioner Side Effects: गर्मियों में एयर कंडीशनर की ठंडक तन मन को सुकून देती है. पहले ज्यादातर बड़े शहरों में ही लोग घर पर एसी लगवाते थे. लेकिन धीरे धीरे छोटे कस्बे और गांव में भी एसी पहुँच रहा है. अगर हम सीमित समय के लिए एसी की ठंडक लें तो यह एक सुख सुविधा वाली चीज है. लेकिन ज्यादा देर एसी में रहने से बहुत सी बीमारियां शरीर में घर कर जाती हैं और हम समझ ही नहीं पाते कि इन रोगों का कारण क्या है. इस लेख में जानें रात भर कम तापमान करके एसी में सोना आपको कैसे नुकसान पहुंचा सकता है. 


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बदन दर्द - अगर आप रात भर कम तापमान पर एसी की ठंडक में रहते हैं तो धीरे धीरे आपको बदन दर्द की शिकायत रहने लगेगी. हाथ, पैर, पीठ और जोड़ों पर सुबह के समय दर्द महसूस होने लगता है. कई लोगों को सर दर्द की शिकायत भी रहती है.
 
सर्दी जुखाम - जहाँ तक हो सके एसी में कम ही समय रहना चाहिए. एक बार कमरा ठंडा हो जाये तो एसी का तापमान बढ़ा देना चाहिए. अगर आप 17 -18 डिग्री तापमान में रात भर रहेंगे तो छाती में जकड़न और सर्दी जुखाम हो सकता है. 
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रूखी त्वचा - एसी कमरे की सब नमी सोख लेता है. इसका खामियाजा हमारी स्किन को भुगतना पड़ता है. स्किन बहुत ड्राई हो जाती है. कई बार इसमें खुजली भी होने लगता है. स्वस्थ त्वचा के लिए एसी का तापमान सामान्य रखें.
 
सांस सम्बन्धी रोग - जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कम है यानि जो आसानी से बीमार पड़ जाते हैं उनको एसी में बहुत ज्यादा सम्मय नहीं बिताना चाहिए, क्योंकि लगातार एसी में कम तापमान में सोने से सांस से जुडी समस्याएं और अस्थमा होने का जोखिम बढ़ जाता है. बहुत से लोग समय पर एसी की सफाई नहीं करते, ऐसे में एसी की नमी में पैसा हुए बैक्टीरिया सांस के  माध्यम से हमारे शरीर में  घुस जाते है और सांस के रोग पैदा कर सकते हैं.


डिस्क्लेमर - यह लेख केवल सामान्य जानकारी के लिए है. Zee News इसकी सत्यता की पुष्टि नहीं करता. 


 


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