अमित त्रिपाठी/महाराजगंज : उत्तर प्रदेश में सुरक्षा एजेंसियों की चौकसी से सीमा हैदर जैसा एक और स्कैंडल होते-होते बच गया. भारत और नेपाल सीमा से जुड़े सोनौली बॉर्डर पर उज्बेकिस्तान की एक महिला चकमा देकर उत्तर प्रदेश के महराजगंज में प्रवेश की कोशिश कर रही थी, लेकिन फर्जी आधार कार्ड की चेकिंग में उसे दबोच लिया गया. उसके पास पासपोर्ट और वीजा तो वैध मिला पर पहचान पत्रों में दो अलग-अलग नामों से उस पर संदेह गहरा गया. सीमा हैदर भी पाकिस्तान, दुबई के रास्ते नेपाल सीमा से यूपी में दाखिल हुई थी और फिर ग्रेटर नोएडा पहुंच गई थी. 


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यह है पूरा मामला 


दरअसल, मंगलवार को महाराजगंज में भारत-नेपाल की सोनौली सीमा पर एक महिला फर्जी दस्‍तावेज दिखा कर भारत में घुसने की कोशिश की. जानकारी के अनुसार, 15 अगस्त की वजह से सीमा पर सुरक्षा एजेंसिया अलर्ट पर थीं. इस दौरान नेपाल से हर आने जाने वालों की तलाशी ली जा रही थी. इसी दौरान नेपाल से एक महिला भारत में प्रवेश करते हुए दिखाई दी. महिला को देख एसएसबी के जवानों ने जब उसे रोका तो उसने अपना पासपोर्ट और वीजा दिखाया. पासपोर्ट में उसका नाम राखी मया दिलबाग निवासी उज़्बेकिस्तान लिखा हुआ था. वहींं, महिला के पास से बरामद आधार कार्ड पर नलफिर खान निवासी साकेत फ्लैट नंबर 3 मालवीय नगर नई दिल्ली लिखा हुआ था. इसके बाद जवानों ने महिला को गिरफ्तार कर लिया. 


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पकड़ी गई महिला 


जब महिला के दस्‍तावेजों की जवानों ने जांच की तो पासपोर्ट और अधरकार्ड अलग-अलग पाए गए. इसके बाद एसएसबी जवानों ने दस्तावेज समेत उज़्बेकिस्तान की महिला को इमिग्रेशन विभाग को सौंप दिया. जांच में पता चला कि यह कूटरचित तरीके से महिला अपना आधार कार्ड बनवा ली थी. पुलिस ने महिला को 14 विदेशी अधिनियम एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेज दिया है.


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