लखनऊ: उत्तर प्रदेश के एडीजी स्थापना संजय सिंघल ने राज्य के सभी जिलों के पुलिस कप्तान और कमिश्नर्स को एक पत्र भेजा है. इस पत्र में बड़ी बात कही गई है. दरअसल, इस पत्र के हिसाब से साल 1985 से लेकर साल 2017 तक के कई शासनादेशों का हवाला देते हुए कहा गया है कि 50 साल की उम्र से ज्यादा के कर्मचारियों को फोर्सफुल रियाटरमेंट देने के लिए स्क्रीनिंग शुरू की जाएगी. समय और नियमों के मुताबिक, यह स्क्रीनिंग होनी है. लेटर में कहा गया है कि 30 मार्च 2021 तक 50 साल या ज्यादा उम्र के पुलिसकर्मियों की स्क्रीनिंग की जाए. इसके लिए जो कमेटी गठित की जाएगी, उसमें नॉन गजेटेड पुलिसकर्मियों को नियुक्त करने वाले अधिकारियों को रखा जाना है.


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पहले भी कई अधिकारी और पुलिसकर्मी हुए हैं रिटायर
बताया जा रहा है कि इन पुलिसकर्मियों में दागी, अयोग्य, भ्रष्ट और अनुशासन का पालन न करने वालों की स्क्रीनिंग पूरी कर 30 नवंबर 2021 तक एडीजी स्थापना के ऑफिस में भेजनी होगी. ध्यान देने वाली बात होगी कि सीएम योगी आदित्यनाथ और उनकी सरकार ने इसी स्क्रीनिंग के तहत अबतक 3 आईपीएस अधिकारियों समेत 400 से ज़्यादा पुलिसकर्मियों को रिटायर कर दिया है. 


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एसीआर के तहत होती है कार्रवाई
इसी बीच आपने भी देखा होगा कि आईपीएस अमिताभ ठाकुर को जबरन रिटायर किए जाने के मामले ने तूल भी पकड़ा था. उन्हीं के साथ आईपीएस राकेश शंकर और राजेश कृष्णा भी रिटायर किए गए थे. जानकारी के लिए बता दें कि हर साल पुलिसकर्मियों की परफॉर्मेंस को देखते हुए उनकी एसीआर बनाई जाती है. यही एसीआर आधार होती है कर्मियों की छंटनी का. 


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