WC 2023: वर्ल्डकप हारने के बाद राहुल द्रविड़ की होगी छुट्टी? अगले कोच की रेस में इस दिग्गज का नाम
WC 2023: 19 नवंबर को खेले गए विश्वकप फाइनल मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा. कोच राहुल द्रविड़ और स्टाफ का कार्यकाल भी वर्ल्डकप तक के लिए ही था. देखने वाली बात यह होगी कि वह कोच रहेंगे या कोई और कोच बनेगा.
WC 2023: वर्ल्डकप में सभी लीग मैच और फिर सेमीफाइनल में धमाकेदार जीत के बाद फैंस को उम्मीद थी कि कप्तान रोहित शर्मा और कोच राहुल द्रविड़ की जोड़ी भारत को 1983 और 2011 के बाद तीसरी बार चैंपियन बनाएगी लेकिन भारत का वर्ल्डकप जीतने का सपना टूट गया. 19 नवंबर को खेले गए विश्वकप फाइनल मैच में टीम इंडिया को ऑस्ट्रेलिया से हार का सामना करना पड़ा. क्रिकेट फैंस भारतीय टीम को मिली हार से निराश हैं. कोच राहुल द्रविड़ और स्टाफ का कार्यकाल भी वर्ल्डकप तक के लिए ही था. अब देखने वाली बात यह होगी कि वह कोच बने रहेंगे या कोई और टीम का कोच बनेगा.
भारतीय टीम को मिली हार के बाद भारतीय टीम के कोच राहुल द्रविड़ ने कहा कि प्लेयर्स की मेहनत पर पानी फिर गया है, ड्रेसिंग रूम में जैसा माहौल था, वह बतौर कोच देखा नहीं जा रहा था. खिलाड़ियों ने यहां तक आने के लिए मेहनत की थी. उन्होंने आगे कहा कि हम इससे सीखेंगे और आगे बढ़ेंगे. अगले साल होने वाले टी20 वर्ल्डकप को लेकर उन्होंने कहा कि वह इसे लेकर नहीं सोच रहे. भविष्य के बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते हैं.
गैरी कर्स्टन के कोच रहते आखिरी बार जीता था भारत
साल 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारतीय टीम आखिरी बार चैंपियन बनी थी. उस समय भारतीय टीम के कोच गैरी कर्स्टन थे. इसके बाद साल 2015 में भारत के कोच डंकन फ्लेचर थे, तब टीम को सेमीफाइनल में हार मिली थी. इसके बाद कोचिंग का जिम्मा अनिल कुंबले को मिला. 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी में हार के बाद कोचिंग की जिम्मेदारी रवि शास्त्री को मिली. उनके रहते भारतीय टीम ने विदेशी सरजमीं पर अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन 2019 का वनडे विश्वकप, वर्ल्डचैंपियनशिप और टी20 वर्ल्डकप जीतने में टीम सफल नहीं हो पाई.
बतौर कोच वीवीएस लक्ष्मण का नाम चर्चा में
भारतीय टीम के अगले कोच का जिम्मा वीवीएस लक्ष्मण को मिल सकता है. वह इस समय नेशनल क्रिकेट एकेडमी के हेड हैं, द्रविड़ की गैरमौजूदगी में लक्ष्मण टीम के साथ कई टूर कर चुके हैं. राहुल द्रविड़ भी भारतीय टीम का कोच बनने से पहले एनसीए हेड थे.