भारत में पियक्कड़ों की पहली पसंद है ये शराब, जानें भारतीय कैसे कीमत और क्वालिटी का रखते हैं हिसाब
एक रिपोर्ट के अनुसार भारत में कोरोना के बाद पहली बार शराब के कारोबार में बढ़ोतरी हुई है. इस रिपोर्ट के अनुसार भारत में सबसे ज्यादा व्हिस्की पी जाती है. जानें कितना बढ़ा शराब का कारोबार और कौन सी शराब रही किस नंबर पर.
New Delhi: शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक होता है. इसका सेवन करने से बचें...
शराब को सेहत के लिए बहुत हानिकार माना जाता है इसके बावजूद भी हमारे देश में इसे पीने वालों की कमी नहीं है. भारत में लोग कितनी शराब पीते हैं ये जानकर आप हैरान हो जाएंगे. अकेले स्कॉच व्हिस्की की खपत दुनिया में सबसे ज्यादा भारत में होती है. इसको पीने के मामले में भारत ने दुनिया के सभी देशों को पीछे छोड़ दिया है.
एक समाचार पत्र की रिपोर्ट के अनुसार हाल के वर्षों में वाइन और जिन की खपत भारत में भयंकर रूप से हुई है. इस वृद्धि के बाद भी भारत के शराब बाजार में व्हिस्की का दबदबा कायम है. भारत में सबसे ज्यादा पी जाने वाली व्हिस्की 750 रुपये प्रति बोतल से कम कीमत वाली है. वैश्विक एजेंसी IWSR के पास उपलब्ध नवीनतम डेटा से पता चलता है कि भारत में स्पिरिट की बिक्री का लगभग दो-तिहाई हिस्सा व्हिस्की का है. इसके भीतर, 85% बाज़ार मूल्य स्पेक्ट्रम के निचले सिरे पर 10 घरेलू ब्रांडों द्वारा नियंत्रित किया जाता है.
ये खबर भी पढ़ें- According to Vedic Astrology: हाथ की इस उंगली में भूलकर भी न पहने सोने की अंगूठी, कंगाल और लाचार होने से बचें
आयातित व्हिस्की की हिस्सेदारी पाई का 3.3% अनुमानित है और 2027 में व्हिस्की बाजार 3.7% तक बढ़ने का अनुमान है. संख्याएं बताती हैं कि अगले पांच वर्षों में अनुमानित 3.8% वृद्धि के साथ भी, भारतीय निर्मित व्हिस्की 96% बाजार पर नियंत्रण रखेगी. नवीनतम आंकड़ों से संकेत मिलता है कि व्यवसाय कोरोना के बाद वापस पटरी पर आ गया है, कोविड-19 के झटके से उबरने के बाद, वोदका ने स्वादों के कारण बिक्री में 34% की बढ़ोतरी के साथ जोरदार वापसी की है.
भारत अल्कोहलिक पेय पदार्थों के लिए दुनिया का पांचवां सबसे बड़ा बाजार है, जिसका कुल आकार लगभग 53 बिलियन डॉलर आंका गया है, और अगले पांच वर्षों में घरेलू खपत में बढ़ोतरी की उम्मीद है. रेडी-टू-ड्रिंक पेय पदार्थ सबसे तेजी से बढ़ते सेगमेंट के रूप में उभरा है, पिछले साल लगभग 40% की वृद्धि देखी गई, और अगले 5 वर्षों में भी दोहरे अंकों की दर से विस्तार होने की उम्मीद है. IWSR के अनुसार, वाइन- जहां लगभग पांचवां हिस्सा आयात के माध्यम से बनाया जाता है. अगली सबसे तेज (6.6% प्रक्षेपण) होगी, इसके बाद स्पिरिट (3.7%) और बीयर (2.7%) होगी.
भारत में नई व्हिस्की की खोज का चलन बढ़ रहा है. आज तक इस खेल में स्कॉच सबसे आगे था. शराब पीना सेहत के लिए हानिकारक है. इसका सेवन ना करें...
WATCH: भिवाड़ी की अंजू ने पाकिस्तानी से जारी किया वीडियो, स्टेटमेंट सुनकर रह जाएंगे हैरान