शुभम पांडेय/लखनऊ: उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव (UP Assembly Elections 2022) की जंग जीतने के लिए बीजेपी (BJP) हरसंभव कोशिश में जुट गई है. सूबे के हर एक विधानसभा सीट पर बीजेपी विस्तारक की नियुक्ति और साथ ही उन्हें प्रशिक्षित करने के लिए पाठशाला भी शुरू की है. यह विस्तारक विधानसभा क्षेत्रों में रहकर न सिर्फ चुनावी थाह लेंगे, बल्कि सियासी जमीन तैयार करने के लिए प्रबंधन में भी अहम भूमिका निभाएंगे.


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चुनावी जंग फतह करने के लिए विस्तारकों का सहारा लेगी बीजेपी
उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए सभी दल अपनी-अपनी तैयारी में जुटे हैं. 2017 विधानसभा और 2019 लोकसभा चुनाव की तर्ज पर बीजेपी 2022 की चुनावी जंग फतह करने के लिए विस्तारकों का सहारा लेगी. सूबे के हर एक विधानसभा सीट पर विस्तारकों की नियुक्ति होगी. भाजपा अपने बूथ प्रबंधन के लिए जानी जाती है. 


पार्टी ने तैयार किया बूथ लेवल मैनेजमेंट
इस बार भी पार्टी ने बूथ लेवल का मैनेजमेंट तैयार किया है. हर विधानसभा के लिए सबसे पहले बूथ कमेटी का गठन किया गया है. एक विधानसभा में करीब 250 से 350 तक बूथ कमेटियां होती है, फिर सेक्टर प्रमुख, मंडल अध्यक्ष, जिला कमेटी में जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होती है. ये सब भाजपा के स्थाई कमेटी में आते हैं. इसके बाद विधानसभा प्रभारी बनाये जाते हैं. ये अस्थाई होते हैं, और चुनाव की दृष्टि से नियुक्त किये जाते हैं. चुनाव के लिए ही विस्तारकों की तैनाती भी की जाती है. 


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क्या जिम्मेदारियां निभाएंगे विस्तारक ?
*  हर विस्तारक को विधानसभा चुनाव तक अपने संबंधित विधानसभा क्षेत्र में रहना होगा. 
*  विस्तारक शुरुआती दौर में अपने-अपने विधानसभा क्षेत्र की चुनावी स्थिति, मौजूदा विधायक की छवि और संभावित दावेदार, विपक्षी दलों की स्थिति, * कार्यकर्ताओं के असंतोष सहित अन्य मुद्दों पर फीडबैक लेकर संगठन को देंगे.
* विस्तारक विधानसभा क्षेत्र में बूथ प्रबंधन से लेकर चुनाव प्रचार के प्रबंधन तक के कार्य करेंगे.
* विस्तारक स्थानीय संगठन के अधीन नहीं होकर सीधे प्रदेश मुख्यालय को रिपोर्ट करेंगे.
* विस्तारकों को विधानसभा क्षेत्र में चुनाव सम्पन्न होने तक स्थायी रूप से निवास करना होगा. 
* निवास और खानपान की व्यवस्था की जिम्मेदारी संगठन खुद उठाता है. 


विपक्ष ने साधा निशाना
विस्तारकों की नियुक्ति और बूथ सत्यापन कार्यक्रम आयोजित कर भारतीय जनता पार्टी अपने संगठन को सीधा लोगों से जोड़ने का प्रयास कर रही हैं. लेकिन इन प्रयासों पर विपक्ष सिरे से नकार रहा है. समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता अनुराग भदौरिया कहते हैं कि भारतीय जनता पार्टी कोई भी सर्वे करवा ले 2022 में उत्तर प्रदेश की जनता बीजेपी को ऐसा वोट के माध्यम से तमाचा मारेगी कि उसकी गूंज कई वर्षों तक सुनाई देगी. तो वहीं कांग्रेस प्रवक्ता सचिन रावत का कहना है बूथ मैनेजमेंट करें या सर्वे कराएं लेकिन भारतीय जनता पार्टी की सरकार जाने वाली है. 


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