कैराना: कैराना लोकसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव को लेकर बीजेपी प्रत्याशी मृगांका सिंह ने आखिरी दिन नामांकन दाखिल किया. नामांकन के दौरान सरधना विधायक संगीत सोम, शामली विधायक तेजेंद्र निर्वाल, जिला प्रभारी संजीव सिक्का और जिला अध्यक्ष पवन तरार समेत कई नेता मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने के बाद मीडिया से बात करते हुए मृगांका सिंह ने कहा कि हम विकास कार्य, सुरक्षा और शांति स्थापित करने के मुद्दे को लेकर जनता के बीच जाएंगे. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है, जनता एकबार फिर से विकास के लिए बीजेपी को ही चुनेगी. चुनावी तैयारी को लेकर बीजेपी के कई नेता फिलहाल शामली जिले में डेरा डाले हुए हैं.


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मृगांका सिंह ने बताया कि कैराना से पलायन हो रहा है, इस मुद्दे को मेरे पिता ने सबके सामने लाया था. बाद में लोग भी मानने लगे कि कैराना से हिंदुओं का पलायन हो रहा है. मृगांका सिंह की मानें तो उन्हें इसका फायदा मिलेगा. उन्होंने कहा कि पार्टी के लिए ये मुद्दे बेहद अहम हैं और पार्टी की नजर इसपर है.


पलायन एक कड़वा सच है- मृगांका सिंह
आगे वे कहती हैं, चुनाव के दौरान एक नेता दूसरे नेता पर बयानबाजी करते हैं. यह राजनीति के लिए सकारात्मक पहलू है. मेरी और पार्टी की प्राथमिकता कैराना का विकास करना है. यहां बिजली और पानी की बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाना है. कैराना से पलायन हो रहा है, यह एक गंभीर मामला है. उन्होंने कहा कि पलायन का मामला एक कड़वा सचा था, जिसे मेरे पिता ने देश के सामने लाया. आने वाले चुनाव में मुझे और पार्टी को इसका फायदा जरूर मिलेगा.फूलपुर और गोरखपुर उपचुनाव में पार्टी की हार को लेकर मृगांका सिंह ने कहा कि कम पोलिंग बूथ की वजह से पार्टी की हार हुई थी. उन्होंने कहा कि हम सभी वोटरों से वोट करने की अपील कर रहे हैं. हमारे नेता और कार्यकर्ता घर-घर जाकर प्रचार कर रहे हैं. मुझे पूरी उम्मीद है कि हम भारी मतों से यह चुनाव जीतेंगे.


9 मई को तबस्सुम हसन ने नामांकन दाखिल किया था
9 मई को सपा और रालोद गठबंधन की प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने अपने समर्थकों और पार्टी के तमाम नेताओं की मौजूदगी में अपना नामांकन दाखिल किया. इस दौरान उनके साथ पूर्व मंत्री सुधाकर कश्यप, MLC वीरेंद्र सिंह और उनके बेटे विधायक नाहिद हसन समेत पार्टी के कई नेता मौजूद रहे. नामांकन दाखिल करने के बाद उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि शामली में जो दंगा हुआ था वह बीजेपी का किया धराया था. कैराना से कोई पलायन नहीं हुआ है. जान-बूझकर इस मामले राजनीतिक फायदे के लिए उठाया जाता है. पलायन के मुद्दे पर तबस्सुम हसन ने कहा कि अगर कोई परिवार अपने बच्चे के साथ गांव से बाहर जाता है तो इसका मतलब पलायन नहीं होता है