कांग्रेस की बसें खस्ताहाल, चलाने की अनुमति देकर श्रमिकों की जिंदगी से नहीं कर सकते खिलवाड़- UP डिप्टी CM
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हजार बसों की कांग्रेस ने जो लिस्ट दी है उसमें बसों के नाम पर 98 एम्बुलेंस, ऑटो, बाइक हैं और 68 वाहनों के कागज ही नहीं हैं. क्या हम अनफिट बसें चलाकर श्रमिकों के साथ खिलवाड़ कर सकते है?
लखनऊ: बसों पर जारी सियासत को लेकर एक बार उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा ने कांग्रेस पर निशाना साधा है. उन्होंने प्रियंका गांधी और कांग्रेस पर आरोप लगाया कि कांग्रेस की सूची में ज्यादातर बसें राजस्थान सरकार की परमिट वाली हैं. इसमें भी 460 बसें फर्जी निकलीं. कुछ हालत तो खस्ताहाल है.
प्रेस कॉन्फ्रेंस में उपमुख्यमंत्री ने कहा कि हजार बसों की कांग्रेस ने जो लिस्ट दी है उसमें बसों के नाम पर 98 एम्बुलेंस, ऑटो, बाइक हैं और 68 वाहनों के कागज ही नहीं हैं. क्या हम अनफिट बसें चलाकर श्रमिकों के साथ खिलवाड़ कर सकते है? कांग्रेस केवल जनता को गुमराह कर रही है. राजस्थान परिवहन की बसों को राजनीतिक पार्टी कैसे इस्तेमाल कर सकती है. उपमुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर तंज कसा कि जब कोटा में बच्चे परेशान हो रहे थे, तब राजस्थान की बसें कहां थीं. उन बच्चों को लाने के लिए योगी सरकार ने 630 बसें भेजीं थीं.
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डिप्टी सीएम ने कहा कि यूपी के श्रमिकों को लाने के लिए 1000 ट्रेनें और 15 हजार लगाई गई हैं. फिर कांग्रेस भद्दी राजनीति कर रही है. कांग्रेस को श्रमिकों और योगी सरकार से मजदूरों को धोखे में रखने पर माफी मांगनी चाहिए. सबकुछ जानते हुए भी कांग्रेस सरकार का समय बर्बाद कर रही है. उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि खटारा बसें भेजकर वह मजदूरों-श्रमिकों की जान से खिलवाड़ करना चाहती है. इसके लिए जनता से माफी मांगनी चाहिए.