UP: टीका रखने और लगाने की तैयारी है पूरी, अब सिर्फ कोरोना वैक्सीन का है इंतजार
यूपी सरकार ने सभी 75 जिलों में स्टोरेज सेंटर 15 दिसंबर तक तैयार कराने के निर्देश दिए हैं. अभी यहां 90 हजार लीटर कोल्ड स्टोरेज क्षमता है, जिसे बढ़ाकर 2.30 लाख लीटर किया जाएगा.
लखनऊ: कोरोना से लड़ाई में अब वैक्सीन का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. उत्तर प्रदेश में कोरोना वैक्सीन के भंडारण और उसके वितरण को लेकर युद्ध स्तर पर तैयारियां चल रही हैं. वैक्सीन के रखरखाव और टीकाकरण की तैयारी अंतिम दौर में है. सिर्फ इंतजार वैक्सीन के पहुंचने का है. प्रदेश में फ्रंटलाइन वॉरियर्स और अधिक जरूरतमंद लोगों तक वैक्सीन को पहुंचाने के लिए सरकार रणनीति भी बना चुकी है.
ILR में सुरक्षित रहेगी वैक्सीन
आईएलआर यानि आइस लाइंड रेफ्रिजरेटर में वैक्सीन को सबसे पहले रखा जाएगा. इससे उसका तापमान मेंटेन रहेगा और टीके को सुरक्षित तौर पर सेंटर्स तक पहुंचाया जाएगा. सेंटर्स तक टीका पहुंचाने के लिए भी हाईटेक आइस बॉक्स मंगाए गए हैं, ताकि इसका तापमान उचित तौर पर बना रहे. इन स्टोरेज में कुल 4 करोड़ कोरोना वैक्सीन रखने की क्षमता है.
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स्वास्थ्यकर्मियों को प्रशिक्षण
उत्तर प्रदेश सरकार ने टीके के भंडारण और स्वास्थ्यकर्मियों के प्रशिक्षण की योजनाएं शुरू कर दी हैं. साथ ही दूर-दराज के गांवों तक टीका पहुंचाने में लगने वाले सभी संसाधन व टीके के भंडारण जैसे अहम बंदोबस्त किए जा रहे हैं. लखनऊ में अभी तक चार आइस लाइन्ड रेफ्रिजरेटर पहुंच गए हैं. इनमें कोरोना वैक्सीन को सुरक्षित एक नियमित तापमान पर रखा जायेगा. लखनऊ के ऐशबाग के नगरीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में वैक्सीन रखने का बंदोबस्त किया जा रहा है.
यहीं पर आइस लाइन्ड रेफ्रिजरेटर लगाया जा रहा और यहीं से वैक्सीन को अलग-अलग केंद्रों पर भेजा जायेगा. इस सेंटर की फुलप्रूफ बंदोबस्त किया जा रहा है, ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके.
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वैक्सिनेशन सेंटर पर होंगे तीन कमरे
लखनऊ के अपर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ एमके सिंह के बताया कि सभी वैक्सिनेशन सेंटर्स पर तीन कमरे तैयार किये जायेंगे. एक कमरे में लोगों को रोका जायेगा, दूसरे में टीका लगेगा और तीसरे में आधा घंटा तक टीका लगवा चुके व्यक्ति को रोका जायेगा. ये व्यवस्था इसलिए है कि अगर किसी को कोई दिक्कत होती है, तो वहीं उसे इलाज दिया जा सके.
वैक्सिनेशन के बाद मिलेगा प्रमाण-पत्र भी
वैक्सीन लगवाने वाले को प्रमाण पत्र भी दिया जायेगा. स्वास्थ्य विभाग ने तय किया है कि एक टेक्नीशियन 100 लोगों को वैक्सीन लगाएगा. यूपी सरकार ने सभी 75 जिलों में स्टोरेज सेंटर 15 दिसंबर तक तैयार कराने के निर्देश दिए हैं. अभी यहां 90 हजार लीटर कोल्ड स्टोरेज क्षमता है, जिसे बढ़ाकर 2.30 लाख लीटर किया जाएगा.
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