Facts About Budget: किसने दिया सबसे लंबा-छोटा भाषण, क्या आप जानते हैं बजट से जुड़े ये फैक्ट्स
Interesting Facts About the Budget: 1 फरवरी 2024 को अंतरिम बजट पेश होने वाला है. क्या आप जानते हैं, आजादी के बाद किसने सबसे ज्यादा बार बजट पेश किया, किसके नाम सबसे लंबा भाषण देने का रिकॉर्ड है. चलिए जानते हैं.
Budget 2024: 1 फरवरी 2024 को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट पेश करेंगे. इस साल होने वाले लोकसभा चुनाव के चलते यह अंतरिम बजट होगा. चुनाव के बाद सरकार बनने पर पूर्ण बजट पेश किया जाएगा. पिछले वित्त वर्ष में वित्त मंत्री ने अपना सबसे छोटा भाषण पढ़ा था, जो केवल 87 मिनट का था. बता दें क उनके नाम ही आजादी के बाद सबसे लंबा बजट पढ़ने का भी रिकॉर्ड है. आइए जानते हैं कब-कब सबसे लंबे और छोट बजट भाषण दिए गए.
निर्मला सीतारमण ने दिया सबसे लंबा भाषण
केंद्रीय बजट 2021 का बजट भाषण अब तक सबसे लंबा बजट भाषण है, जो 2 घंटे 40 मिनट चला था. इसे वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने दिया था. इससे पहले वित्तीय वर्ष 2019-20 के लिए 2020 में भी उन्होंने ऐसा ही भाषण दिया था, जो रिकॉर्ड 2 घंटे 17 मिनट तक चला था. इस साल उन्होंने अपना पहला बजट पेश किया था. निर्मला सीतारमण से पहले सबसे लंबा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड जसवंत सिंह के नाम है, उन्होंने 2003 में 2 घंटे 13 मिनट का भाषण दिया था. दिवंगत अरुण जेटली भी 2014 में 2 घंटा 10 मिनट का भाषण दे चुके हैं.
सबसे ज्यादा शब्दों वाला भाषण
सबसे ज्यादा शब्दों वाले बजट भाषण की बात की जाए तो साल 1991 में वित्त मंत्री मनमोहन सिंह ने सबसे लंबा भाषण दिया था. उनके भाषण में 18650 शब्द थे.
सबसे छोटा भाषण
सबसे छोटा बजट भाषण देने का रिकॉर्ड हीरूभाई एम पटेल के नाम है, उन्होंने 1977 में सिर्फ 800 शब्दों का बजट भाषण पढ़ा था. इतना छोटा बजट भाषण न ही पूर्व में हुआ और न ही अब तक.
कितनी महिलाओं ने पेश किया बजट
आजादी के बाद अब तक केवल दो महिलाओं ने बजट पेश किया है. 1970 में इंदिरा गांधी और 2019 में निर्मला सीतारमण ने बतौर वित्तमंत्री बजट पेश किया.
सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड
आजादी के बाद अब तक सबसे ज्यादा बार बजट पेश करने का रिकॉर्ड मोरारजी देसाई के नाम है. उन्होंने रिकॉर्ड 10 बार बजट पेश किया. इसके बाद पी चिदंबरम ने 9 बार और प्रणब मुखर्जी और यशवंत सिन्हा ने 8-8 बार बजट पेश किया.
किसने पेश किया पहला बजट
आजादी के बाद भारत का पहला बजट 1951 में सीडी देशमुख ने पेश किया था.