UP Politics: हाल ही में हुई पद बहाली के कुछ दिन बाद ही आकाश आनंद ने इसी साल होने वाले हरियाणा में विधानसभा चुनावों के लिए इंडियन नेशनल लोक दल (आईएनएलडी) के साथ गठबंधन की घोषणा की. पद पर फिर से वापस लाने के तुरंत बाद मायावती ने पंजाब और हरियाणा के उपचुनावों के लिए स्टार कैंपनेर के तौर पर  नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद का नाम सामने किया. अब हरियाणा चुनाव की कमान आनंद कुमार और आकाश को दी गई है.  


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बसपा,इनेलो साथ मिलकर लड़ेगी चुनाव
हरियाणा में होने वाले विधानसभा चुनाव में बसपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष आनंद कुमार और नेशनल कोऑर्डिनेटर आकाश आनंद प्रत्याशियों का चयन करेंगे.  बसपा इंडियन नेशनल लोकदल के साथ मिलकर हरियाणा में 37 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.  मायावती ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, "बहुजन समाज पार्टी और इण्डियन नेशनल लोकदल मिलकर हरियाणा में होने वाले विधानसभा आमचुनाव में वहां की जनविरोधी पार्टियों को हराकर अपने नये गठबन्धन की सरकार बनाने के संकल्प के साथ लड़ेंगे, जिसकी घोषणा मेरे पूरे आशीर्वाद के साथ आज चण्डीगढ़ में संयुक्त प्रेसवार्ता में की गयी.


इनेलो और बसपा की दोस्ती आगे बढ़ाने का जिम्मा


सूत्रों के मुताबिक बसपा अध्यक्ष मायावती ने कांशीराम के जमाने से चली आ रही इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) और बसपा की दोस्ती को आगे बढ़ाने का जिम्मा दोनों को सौंपा है.  यही वजह है कि इनेलो के साथ गठबंधन की औपचारिक घोषणा भी आनंद कुमार और आकाश आनंद की मौजूदगी में की गई.  मायावती ने  हरियाणा चुनाव में 37 प्रत्याशियों के चयन का जिम्मा भी उन्हें ही सौंपा है.


हरियाणा चुनाव की कमान
राजनीतिक जानकारों की मानें तो BSP सुप्रीमो मायावती ने इसी वजह से आनंद कुमार और आकाश को हरियाणा चुनाव की कमान सौंपी है ताकि दोनों की सियासी जमीन को मजबूत किया जा सके. लोकसभा चुनाव में बसपा की करारी शिकस्त के बाद पार्टी को हरियाणा चुनाव से खासी उम्मीदें हैं. यूपी में दस विधानसभा सीटों पर जो उपचुनाव हुए, उसमें भी आकाश की भूमिका रही.


कौन हैं आनंद कुमार 
आनंद कुमार बसपा सुप्रीमो मायावती के छोटे भाई हैं. उनके बेटे आकाश आनंद हैं जो आजकल मायावती की राजनीतिक विरासत को संभाले हुए है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आनंद कुमार नामी-बेनामी अकूत संपत्तियों के मालिक हैं.  आनंद कुमार नोएडा विकास प्राधिकरण में क्लर्क हुआ करते थे. छह साल के बाद उन्होंने अपना बिजनेस किया था. अपने कारोबार के साथ-साथ वह मायावती के साथ लगातार एक्टिव रहे.


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