UP Politics: लोकसभा के 7 ऐसे सांसद हैं, जिन्होंने अब तक शपथ नहीं ली है. इनमें गाजीपुर से समाजवादी पार्टी के एमपी अफजाल अंसारी का नाम भी शामिल है. वह 18वीं लोकसभा के पहले पहले सत्र के दूसरे दिन सदन में तो आए लेकिन शपथ नहीं ले पाए. इसकी वजह गैंगस्टर एक्ट का मामला है, जिसमें उनको सजा हुई है. सुप्रीम कोर्ट ने उन पर संसद की कार्यवाही में हिस्सा लेने पर रोक लगा रखी है, जबकि मामले में इलाहाबाद हाईकोर्ट में सुनवाई जारी है.


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गाजीपुर से लगातार दूसरी बार बने सांसद
गाजीपुर लोकसभा सीट से अफजाल अंसारी लगातार दूसरी बार सांसद बने हैं. उन्होंने बीजेपी उम्मीदवार पारसनाथ राय को करीब 1.24 लाख वोटों से शिकस्त दी. सपा उम्मीदवार को कुल 5 लाख 39 हजार 912 वोट मिले जबकि बीजेपी उम्मीदवार 4 लाख 15 हजार 51 वोट हासिल कर सके. इससे पहले 2019 में भी अफजाल अंसारी सांसद बने थे, तब वह बसपा के सिंबल पर चुनाव लड़े थे, तब उन्होंने बीजेपी के मनोज सिन्हा को हराया था. 


सांसदी पर लटकी तलवार
गैंगस्टर एक्ट के एक मामले में अफजाल अंसारी को एमपी-एमएलए कोर्ट ने चार साल की सजा सुनाई थी. जिसके बाद उनकी सांसदी चली गई थी, इसको हाईकोर्ट में चुनौती दी, जहां से उनको झटका लगा लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने सशर्त अफजाल की सजा पर रोक लगा थी. मामला अभी हाईकोर्ट में है, यहां से जब तक इस पर फैसला नहीं आता तब तक अफजाल सदन की कार्यवाही में शामिल नहीं हो पाएंगे. 3 जुलाई को हाईकोर्ट में इसकी सुनवाई होगी. संभावना है कि वह इसके बाद शपथ ले सकते हैं.


अखिलेश पर बसपा उम्मीदवार ने उठाए सवाल
वहीं, अफजाल अंसारी को लेकर  बसपा प्रत्याशी उमेश सिंह ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव को घेरा है. उन्होंने कहा कि सपा अध्यक्ष ने गाजीपुर के लोगों के साथ धोखा किया. जब वह जानते थे कि अफजाल अंसारी को 4 साल की सजा होचुकी है तो फिर उनको क्यों टिकट दिया गया. पूर्व सांसद राधा मोहन सिंह ने  निशाना साधते हुए कहा कि सपा को गाजीपुर की जनता  के साथ छलावा नहीं करना चाहिए था. 


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