विवेक त्रिपाठी/लखनऊ: लोकसभा चुनाव से पहले सभी राजनीतिक पार्टियां चुनावी मैदान में पूरे दमखम से उतर गई हैं. पॉलिटिकल पार्टियां सभी जातियों को साधने की तैयारी में जुट गई हैं.  पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) के फार्मूले पर लोकसभा चुनाव के मैदान में उतरी समाजवादी पार्टी की नजर अब ब्राह्मण वोटरों पर भी है. ब्राह्मणों को साधने के लिए रविवार 24 दिसंबर को सपा के प्रदेश कार्यालय में महाब्राह्मण महापंचायत का आयोजन किया जा रहा है. राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी की तरफ से आयोजित महापंचायत में सपा मुखिया अखिलेश यादव मुख्य अतिथि होंगे. 


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सपा कार्यालय में होगी महापंचायत


ब्राह्मण महापंचायत 24 दिसंबर को लखनऊ स्थित समाजवादी पार्टी कार्यालय में आयोजित होगी. ब्राह्मण समाज और  राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी की संपूर्ण भारत यूनिट की तरफ से कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है. इसके मुख्य अतिथि सपा मुखिया अखिलेश यादव होंगे. सपा कार्यालय में बड़ी संख्या में ब्राह्मणों का जमावड़ा होगा. सपा पीडीए के साथ-साथ ब्राह्मणों को भी साधने की तैयारी कर रही है.


अपने पाले में खींचने की रणनीति
पिछड़ों और दलितों को अपने पाले में खींचने के लिए एक तरफ रणनीति बनाई जा रही हैं तो दूसरी तरफ अल्पसंख्यकों का वोट पाने के लिए भी समाजवादी और कांग्रेस में सीधी जंग छिड़ी हुई है. सभी दल ब्राह्मणों पर डोरे डाल रहे हैं.


महापंचायत के पोस्टर 
सपा दफ्तर से लेकर अखिलेश यादव के आवास तक महापंचायत के पोस्टर लगे हुए हैं. महापंचायत में ब्राह्मण समाज के बड़े-बड़े चेहरे जुटाने की तैयारी है. पिछले दिनों एक संगठन ने राजधानी लखनऊ में आयोजित ब्राह्मण महासम्मेलन का आयोजन किया था. इस आयोजन में बीजेपी नेताओं के चेहरे ही छाये थे. 


राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी के बैनर तले महापंचायत
ब्राहमण स्वाभिमान और उनके अधिकार और हक की लड़ाई के साथ नारे के साथ महापंचायत गुमनाम से राष्ट्रीय कार्यरत पार्टी के बैनर तले कराया जा रहा है. इस महापंचायत में ज्यादा से ज्यादा ब्राह्मणों को जुटाने के लिए सपा बहुत तैयारी के साथ जुटी है.  जिला स्तर पर बड़े ब्राह्मण चेहरों से संपर्क साधा जा रहा है.


जिला मुख्यालयों पर सपा का धरना आज
इंडिया गठबंधन की बैठक में लिए गये निर्णय के अनुसार विपक्ष के 142 माननीय सांसदों के निलम्बन के विरोध में समाजवादी पार्टी शुक्रवार को सुबह 11 से 1 बजे तक सभी जिला मुख्यालयों पर धरना देगी.  जिलाधिकारी के माध्यम से राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भी दिया जाएगा.